पतंजलि विवि की एनएसएस इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर शुरु
हरिद्वार: पतंजलि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा सप्त दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ आयुर्वेद भवन में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय प्रति-कुलपति के करकमलों द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड राज्य को नशामुक्त और संस्कारयुक्त बनाना है।
इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए पतंजलि विश्वविद्यालय के सभी सक्रिय स्वयं सेवकों ने अपनी ओजस्वी-तेजस्वी भागीदारी अदा कर रहे हैं। परीक्षा नियंत्राक महोदय जी ने स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए कहाँ है कि नशा स्वयं एवं सम्पूर्ण परिवार के लिए अभिशाप होता है। लक्ष्यहीन जीवन ही नशे की और पहला कदम होता है।
अतः प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में संस्कारयुक्त लक्ष्य होने चाहिए। पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलानुशासक स्वामी परमार्थ देव जी स्वयंसेवकों को सम्बोध्ति करते हुए कहा कि संसार में जागरफकता और उत्साह के अभाव में कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता।
प्रत्येक मनुष्य को प्रतिपल उत्साह और लक्ष्ययुक्त जीवनयापन करने का प्रयास करना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में दुर्गणों को कोई भी स्थान नहीं देना चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अद्भूत प्रतिभा के ध्नी, वेदों के प्रकाण्ड पण्डित प्रो0 महावीर अग्रवाल ने सभी स्वयंसेवकों को सम्बोध्ति करते हुए कहा कि श्रेष्ठ व्यक्ति के निर्माण में राष्ट्रीय सेवा योजना अह्म भूमिका निर्वाह करती है। प्रत्येक स्वयंसेवकों को उत्तराखण्ड राज्य को नशामुक्त और संस्कारयुक्त बनाने में अपनी अह्म भूमिका अदा करनी है। प्रत्येक स्वयंसेवकों को आत्म कल्याण के साथ-साथ जनकल्याण में सहयोग करना चाहिए।