इजरायल और हमास के बीच बनी अस्थायी युद्धविराम पर सहमति

नई दिल्ली: इजरायल और हमास के बीच गाजा में जारी जंग को लेकर गुरुवार को उस समय एक बड़ी खबर आई जब दोनों के बीच 60 दिनों के अस्थायी युद्धविराम पर सहमति बनी। बताया जा रहा है कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मिडिल ईस्ट में अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ के शांति प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। अमेरिकी राजदूत को दोनों पक्षों के बीच हुए सीजफायर के बारे में जानकारी दे दी गई है। यह समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुआ है और वे इस डील का औपचारिक ऐलान कुछ ही घंटों में कर सकते हैं।
क्या कहा गया रिपोर्ट में?
- अल-अरबिया ने कुछ गोपनीय सूत्रों के हवाले से बताया कि दोनों पक्षों ने 60 दिनों के युद्धविराम पर सहमति जताई है।
- अमेरिकी मध्य-पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ़ को इस प्रस्ताव की जानकारी दे दी गई है।
- यह खबर ऐसे समय आई है जब इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कुछ घंटे पहले ही यह स्वीकार किया था कि उन्होंने विटकॉफ़ का अपडेटेड युद्धविराम फ्रेमवर्क मान लिया है।
अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं
हालांकि इस डील को लेकर अभी तक इसराइल की ओर से कोई औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन अल-अरबिया का कहना है कि यह डील लगभग फाइनल हो चुकी है और ट्रंप इसे जल्दी ही सार्वजनिक करेंगे।
क्यों है यह डील अहम?
- बंधकों की रिहाई, मानवीय सहायता की बहाली और ग़ज़ा में सेना की गतिविधियों पर विराम जैसे कई अहम मुद्दों पर बात बनी है।
- यह समझौता विटकॉफ़ के प्रस्ताव पर आधारित है, जिसमें इसराइल 10 बंधकों की रिहाई के बदले फिलिस्तीनी कैदियों और शवों की वापसी पर सहमत हुआ है।
- अमेरिका चाहता है कि युद्धविराम के इन 60 दिनों के दौरान स्थायी शांति समझौते की दिशा में बातचीत होती रहे।
आगे क्या?
- यदि ट्रंप इस युद्धविराम का औपचारिक ऐलान करते हैं, तो यह मध्य-पूर्व में संघर्ष विराम की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
- यह डील मानवीय राहत और बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए भी रास्ता साफ कर सकती है।