पिंजरे में कैद हुआ तेन्दुआए लोगों ने ली राहत की सांस

शिमला: दर्जनों पशुओं को अपना शिकार बनाने वाले आदमखोर तेंदुए को आखिरकार वन विभाग ऊना की टीम ने कैद कर ही लिया। लोगों के घरों तक अपनी पहुंच बना कर पालतू पशुओं को अपना निवाला बनाने वाले तेंदुए की दहशत ने लोगों को अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंताग्रस्त किया तो इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। जिस पर वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए कलोह गांव के शाम सिंह के घर पिंजरा लगाया तो तेंदुआ इस पिंजरे में कैद हो गया। शाम सिंह के बेटे ने बताया कि कुछ दिन पूर्व तेंदुआ उनके घर से उनका पालतु कुत्ता उठा कर ले गया। इसके बाद वे दूसरा कुत्ता लेकर आये तो तेंदुआ कुत्ते के पिंजरे के पास पहुंच कर उसे भी शिकार बनाने की कोशिश करने लगा। उनकी सूचना पर वन विभाग द्वारा वहाँ पिंजरा लगा दिया गया और मंगलवार रात्रि तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया।
डीएफओ ऊना मृत्युंजय माधव ने बताया कि तेंदुए के गले में किसी शिकारी की कड़की की तार फंसी है और गर्दन से अभी भी खून बह रहा था। जिसे ट्रेंकुलाइजर गन से बेहोश करके पशुपालन विभाग के जोनल हॉस्पिटल बरनोह में लाया गया। जहां जोनल अस्पताल में डॉ. राकेश भट्टी व चिकित्सकों की टीम ने तेंदुए के गले से फंसी हुई तार निकाली। उसके बाद उसका ट्रीटमेंट करके वन विभाग के सुपुर्द कर दिया। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम अब तेंदुए को पालमपुर में छोड़ेगी।