22 माह की एकमात्र उपलब्धि 25 हजार करोड़ कर्ज लेना : जयराम
शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि हिमाचल सरकार के 22 माह की एकमात्र उपलब्धि 25,000 करोड़ रुपए कर्ज लेना है। वर्तमान सरकार ने अपने वायदे के अनुसार प्रति वर्ष सरकारी क्षेत्र में 1 लाख नौकरियां देने की जगह डेढ़ लाख सरकारी पदों को समाप्त कर दिया तथा 12,000 से ज्यादा को नौकरी से निकाला है। जयराम ठाकुर यहां पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तो कांग्रेस आलाकमान भी कह रहा है कि झूठी गारंटियों से कांग्रेस की किरकिरी हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके नेताओं को विधानसभा चुनाव के समय दी गईं उन 10 झूठी गारंटियों को याद करना चाहिए, जिसका झूठ बोलकर कांग्रेस सत्ता में आई थी। प्रदेश के सभी विद्युत उपभोक्ताओं को 300 यूनिट फ्री बिजली देने की गारंटी देने वाली कांग्रेस ने पहले से मिलने वाली 125 यूनिट फ्री बिजली के लाभ को छीन लिया तथा 300 यूनिट से ऊपर कमर्शियल दर से बिजली के बिल जारी किए जा रहे हैं।
इसी तरह 18 से 60 वर्ष की सभी महिलाओं को 1,500 रुपए हर महीने देने की जगह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मात्र 26,000 महिलाओं को 1 किस्त देकर ठगा गया। गाय का दूध 80 रुपए और भैंस का दूध 100 रुपए लीटर खरीदने और हर विधानसभा क्षेत्र के 1,000 युवाओं को ब्याज मुक्त ऋण देने के लिए 680 करोड़ रुपए का स्टार्टअप फंड बनाने की गारंटी भी झूठी निकली। उन्होंने कहा कि उसके बाद मुख्यमंत्री का यह कहना कि हमने अपनी गारंटियां पूरी कर दी हैं, झूठ की हर हद को पार करने जैसा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल में बोले गए झूठ की वजह से आज कांग्रेस के किसी नेता और उनके बयान को कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है। कांग्रेस के झूठ की वजह से आज कांग्रेस की गारंटियों की राजनीति ही समाप्त हो गई तथा कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अब हिमाचल के नेताओं से किनारा कर रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस की गारंटियों के झूठ को विधानसभा के भीतर भी पूरे दस्तावेजों के साथ उठाकर बेनकाब किया था और पार्टी आगे भी यह काम करती रहेगी।