प्रदेश के विकास में समयबद्धता पर दिया जा रहा है ध्यान: मुख्यमंत्री, देवभूमि के स्वरूप को बनाये रखने के किये जा रहे प्रयास
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को ऋषिकेश स्थित होटल में एक न्यूज चैनल द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन में प्रतिभाग कर राज्य से जुड़े विभिन्न विषयों पर बेबाकी से अपने विचार रखे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के समग्र विकास की दिशा में की जा रही पहल एवं इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों पर भी विचार रखे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश का समग्र विकास हमारी प्राथमिकता है। इसके लिये अधिकारियों को उत्तरदायित्व के साथ जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही जन कल्याण से जुड़ी योजनाओं के निर्णयों को तत्परता से लागू करने के लिये अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड धर्म आध्यात्म एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला प्रदेश है। इसके मूल स्वरूप को बनाये रखने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के रूप में किया जाने वाला कृत्य तथा सरकारी भूमि पर किया जाने वाला अतिक्रमण किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा। सरकारी भूमि पर किया जाने वाला अतिक्रमण हटाने के लिये अभियान जारी रहेगा।
अब तक 2700 हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण मुक्त की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि वर्षों से पूर्व की वसावटों को छेड़ा नहीं जायेगा। प्रदेश में बिना किसी तुष्टिकरण के सबका साथ, सबका विश्वास तथा सबका प्रयास से समान रूप से सभी को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। हमारा एक एक पल प्रदेश के समग्र विकास के लिये समर्पित है।
2025 तक उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इस दिशा में हमारे प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश के विकास हेतु जो भी योजनायें स्वीकृत हुई हैं उन्हें पूर्णता की ओर ले जाने के लिये हम संकल्पबद्ध है। प्रदेश के हर व्यक्ति के जीवन स्तर में सुधार हो इसके लिये भी हम प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे है। प्रदेश में वित्तीय अनुशासन के साथ राजस्व प्राप्ति में वृद्धि योजनाओं के क्रियान्वयन में होने वाली धनराशि के समयबद्धता, गुणवत्ता एवं समन्वय के साथ व्यय किये जाने के भी निर्देश दिये गये है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जायेगा। राज्य में निवेश बढे, आर्थिक संसाधनों में वृद्धि एवं औद्योगिक वातावरण सृजन हो इसके लिये लैण्ड बैंक तैयार कर सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी बनाया गया है।राज्य का शान्त वातावरण उद्यमियों के सर्वथा अनुकूल है। हमारा राज्य लीडर से अचीवर की श्रेणी में आये यह भी हमारा प्रयास है। पर्यटन, उद्योग, कृषि आदि महत्वपूर्ण विभागों की नीति तैयार कर स्वरोजगार की योजनाओं को बढावा दिया जा रहा है। प्रदेश का युवा स्वरोजगार से जुड़ कर रोजगार देने वाला बनेगा तो प्रदेश से पलायन को रोकने में मदद मिलेगी।