उत्तराखंड एसएससी पेपर लीक में अब तक 15 गिरफ्तार, 83 लाख रुपये बरामद
देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में अब तक कुल 15 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और कुल 83 लाख रुपये बरामद हुए हैं। अभी पुलिस के रडार पर और कई आरोपित हैं जबकि 50 अभ्यर्थी संदिग्ध पाए गए हैं। इसके लिए एसटीएफ टीम को स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।
गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि विगत 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित हुई थी। इस परीक्षा समापन के पश्चात परिणाम जारी हुआ। बेरोजगार संगठनों और कई छात्रों की ओर से मुख्यमंत्री से मिलकर उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच के लिए ज्ञापन दिया था।
इस संबंध में मुख्यमंत्री की ओर से पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड को उक्त प्रकरण में तत्काल अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए गए थे। इस पर 22 जुलाई को मामला पंजीकृत कर एसटीएफ को स्थानान्तरित की गई। उन्होंने बताया गया उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग परीक्षा में करीब 1,60,000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इसमें 916 अभ्यर्थी चयनित हुए थे।
विवेचना के दौरान संदिग्ध,चयनित अभ्यर्थियों से पूछताछ और साक्ष्य के आधार पर अब तक कुल 15 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है।
डीजीपी ने बताया कि अभियुक्त अभिषेक वर्मा निवासी सीतापुर (कर्मचारी प्रिन्टिंग प्रेस) के द्वारा प्रिन्टिंग प्रेस से पेपर चुराया गया था एवं परीक्षा से 4-5 दिन पहले 29 नवम्बर 2021 को प्रश्नपत्र के तीनों पालियों के सेट विभिन्न माध्यम से जयजीत दास को भेजे। जयजीत दास (प्रोग्रामर प्रिंटिंग प्रेस) ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी पीआरडी (पूर्व संविदा कर्मचारी यूके एसएससी) एवं दीपक चौहान को दिया। मनोज जोशी पीआरडी ने यह प्रश्नपत्र मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक, गौरव नेगी एवं अपने साले हिमांशु काण्डपाल को दिया।
उन्होंने बताया कि मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक व गौरव नेगी ने यह प्रश्नपत्र रामनगर में एक रिसोर्ट और काशीपुर में एक बैंक्वेट हॉल व घर में सॉल्व कराया। मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक ने ही कुलवीर एवं शूरवीर चौहान के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया। हिमांशु काण्डपाल ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी महेन्द्र चौहान, दीपक शर्मा, अमरीश कुमार के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया। मनोज जोशी सितारगंज ने यह प्रश्नपत्र गौरव चौहान अपर निजी सचिव के कुछ अभ्यर्थी तुषार चैहान आदि को उपलब्ध कराया। दीपक चैहान ने यह प्रश्नपत्र अपने साथी भावेश जगूडी के साथ मिलकर कुछ अन्य अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया।
अब तक की विवेचना में सभी अभियुक्तगणों की उक्त अपराध में संलिप्तता पाई गई है एवं उनके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त हो गये हैं। अब तक की विवेचना में करीब 50 अभ्यर्थी ऐसे पाये गये जो पेपर लीक के माध्यम से चयनित हुए हैं। कई अन्य अभ्यर्थी भी संदिग्ध पाये गये हैं जिनका सत्यापन और विवेचना प्रचलित है।
उन्होंने बताया कि उक्त प्रकरण में निष्पक्ष रूप से विवेचना जारी है। अब तक 83 लाख नकद बरामद हुए हैं। साथ ही अन्य अभियुक्तगणों द्वारा प्रयोग किये गये संदिग्ध बैंक खातों को फ्रीज किया गया है। मोबाइल, लैपटॉप आदि सीज किये गये हैं, जिनका परीक्षण कराया जा रहा है। अभियुक्तगणों के खाते जिसमें अवैध धनराशि का लेन देन हुआ है। साथ करीब 40-50 लाख की सम्पत्ति का भी पता चला है।
डीजीपी ने बताया कि उपरोक्त प्रकरण में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई कर पुलिस महानिदेशक की ओर से एसटीएफ की टीम को स्वतन्त्रता दिवस पर मुख्यमन्त्री उत्तराखंड के विशिष्ट कार्य के लिये पदक की संस्तुति की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम-
1. शूरवीर सिंह चौहान
2. कुलवीर सिंह (स्वामी डेल्टा कोचिंग सेन्टर करनपुर देहरादून)
3. मनोज जोशी पीआरडी (पीआरडी पूर्व कर्मचारी युके एसएससी रायपुर देहरादून)
4. गौरव नेगी
5. जयजीत दास (प्रोग्रामर, प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)
6. मनोज जोशी कनिष्ठ सहायक (कनिष्ठ सहायक सितारगंज न्यायालय ऊधमसिंहनगर)
7. अभिषेक वर्मा (कर्मचारी प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ यूपी)
8. दीपक चौहान (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे.न.ब. सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)
9. भावेश जगूडी (मेडिकल यूनिवर्सिटी हे.न.ब. सेलाकुई में संविदा कर्मचारी)
10. दीपक शर्मा
11. अमरीष कुमार (उत्तराखण्ड पुलिस आरक्षी ऊधमसिंहनगर में नियुक्त)
12. महेन्द्र चौहान (कनिष्ठ सहायक नैनीताल न्यायालय में)
13. हिमांशु काण्डपाल (कनिष्ठ सहायक रामनगर न्यायालय में)
14. तुशार चौहान
15. गौरव चौहान (अपर निजी सचिव, सचिवालय उत्तराखण्ड)