शिक्षा नीति पर तीन दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला का शुक्रवार को समापन हो गया। इस मौके पर बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि शिक्षकों को उच्च गुणवत्ता की सामग्री के साथ-साथ शिक्षण शास्त्र में प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी।
शिक्षा सामाजिक न्याय और समानता प्राप्त करने का एकमात्र और सबसे प्रभावी साधन है। उन्होंने कहा कि समतामूलक और समावेशी शिक्षा न सिर्फ स्वयं में एक लक्ष्य है बल्कि समाज निर्माण के लिए भी एक अनिवार्य कदम है। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला में शिक्षाविदों ने काफी बहुमूल्य सुझाव दिए हैं जिन्हें छात्रों के लिए लागू किया जाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
कार्यशाला के समापन पर बोर्ड की सचिव डा. मधु चैधरी ने कहा कि इस कार्यशाला का आयोजन स्कूल शिक्षा बोर्ड, विद्या भारती तथा हिमाचल शिक्षा सर्वहितकारी समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यशाला में हिस्सा लेने वाले शिक्षाविदों ने काफी मूल्यवान व ज्ञानवर्धन सुझाव पेश किए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षा प्रणाली का उद्येश्य उच्चतम गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना है ताकि बच्चों और उनके अभिभावकों को भविष्य में एक बेहतर विकल्प मिल सके