करोड़ों की धोखाधड़ी कर फरार हुए आरोपित को पुलिस ने हरियाणा से दबोचा
हरिद्वार: जमा पूंजी पर कुछ ही समय में अधिक रकम देने का झांसा देकर कई क्षेत्रों से कई व्यक्तियों के करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर फरार होने वाले आरोपित को पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित का चालान कर जेल भेज दिया है।
रामधन पुत्र किशन सिंह सिंह निवासी ग्राम डुम्मनपुरी थाना खानपुरए लक्सर ने 27 दिसम्बर 2021 को आरोपित रविन्द्र कुमार के खिलाफ दी तहरीर में रविन्द्र कुमार व उसके अन्य परिजनों ने स्क्रोल इण्डिया नाम से फर्जी कम्पनी बनाकर उसे और उसके साथियों को कम्पनी के माध्यम से पैसे शेयर मार्केंट में लगवाकर अधिक पैसा दिलवाने का लालच देकर उनके साथ 1 करोड़ 60 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर फरार हो जाने का आरोप लगाया था।
पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर रही थी। पुलिस जांच में सामने आया की रविन्द्र कुमार ने वर्ष 2019 में स्क्रोल इण्डिया नाम से कम्पनी बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के आशय से एक फर्जी कम्पनी बनायी। इस कम्पनी के माध्यम से जनपद हरिद्वार के थाना खानपुर, पथरी, ऋषिकेश व अन्य क्षेत्रों के ग्रामीणों से धन को कई गुना किये जाने का झांसा देकर उनसे रुपये जमा करवाए। शुरूआत में रविन्द्र ने कुछ ग्रामीणों का धन लेकर कुछ समय पश्चात उन्हें अधिक धन दिया, जिससे लोगों का कम्पनी पर विश्वास बढ़ गया। आरोपित रविन्द्र ने 40 दिन में रकम दोगुनी करने का लोगों को लालच दिया। इस कारण से लोगों ने उक्त कंपनी में 1 करोड़ 60 लाख रुपये जमा कराए। इसके बाद आरोपित फरार हो गया।
पुलिस ने आरोपित की धरपकड़ के लिए कई टीमों का गठन किया। रविन्द्र ने कम्पनी के सभी दस्तावेजों व बैंक आदि में अपना पता गीतानगर थाना ऋषिकेश, देहरादून अंकित किया गया था। इसके अतिरिक्त एक अन्य पता थाना सांपला जनपद रोहतक हरियाणा प्रकाश में आयाए किन्तु आरोपित उक्त पते पर भी लम्बे समय से नहीं रह रहा था व ठिकाने बदल बदलकर रह रहा था। इसके बाद आरोपित के खिलाफ गैर जमानती वारंट लिया गया।
सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपित को रविवार कोे होटल ओमांगए नमस्ते चौकए पुलिस चौकी सेक्टर 04ए जिला करनालए हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने अपना असली पता रविन्द्र उम्र 30 वर्ष पुत्र श्यामलाल निवासी मकान नं0 506 वार्ड नं0 05 थाना खेड़ी सांपला जिला रोहतक हरियाणा बताया। पुलिस ने आरोपी का चालान कर उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।