देश के विकास में मजदूरों का योगदान विशेष : हरीश रावत
देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मजदूर के बिना देश की विकास सोची नहीं जा सकती। इसलिए इनके अधिकारों की रक्षा करना सबकी जिम्मेदारी बनती है। कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में मजदूरों की रक्षा के लिए योजनाओं को लाया।
यह बातें रविवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में श्रमिक प्रकोष्ठ के तत्वावधान में मजदूर सम्मेलन और विचार गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि हरीश रावत ने कहीं। उन्होंने कहा कि मजदूर दिवस के पीछे का मूल उद्देश्य हर श्रमिक के अधिकारों की रक्षा करना है, क्योंकि किसी भी देश, समाज, संस्था या राष्ट्र विकास निर्माण में मजदूरों का अहम योगदान होता है।
उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में नजर डाली जाए तो सबसे ज्यादा मजदूर एवं गरीबों के हित में नीतियां बनाने का काम कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने किया हैं। मनरेगा जैसी बहुउद्देशीय रोजगार परक योजना को शुरू किया गया। कांग्रेस शासन में इन्दिरा आवास के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब बेघर लोगों को आवास उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया और राजीव गांधी आवास के अन्तर्गत शहरी क्षेत्र के गरीब लोगों के लिये भी आवास की व्यवस्था करने का काम किया।
कार्यक्रम में देवेन्द्र सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। सम्मेलन की अध्यक्ष विशाल डोभाल ने की। कार्यक्रम का संचालन श्रमिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष दिनेश सिंह कौशल ने किया।
सम्मेलन में किशोर उनियाल,पूनम कण्डारी,सुनील सिंह, हरेन्द्र बेदी,पं.कान्ति बल्लभ भट्ट,संजय भारती,प्रवीन अरोड़ा,मधु इलियास,किरन मन्द्रवाल,सुरेश कुमार,गौरव कुमार,अखिल पंवार,जहांगीर खान,आयुषि सुन्द्रियाल,सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।