हिमाचल में हर जिले में नशा मुक्ति केंद्र खोलेगी सरकार
शिमला: हिमाचल प्रदेश के युवाओं में बढ़ रही नशे की लत को छुड़ाने के लिए राज्य सरकार हर जिले में एक नशा मुक्ति केंद्र खोलेगी। कंडाघाट में राज्य स्तरीय नशा मुक्ति केंद्र खोला जाएगा, जो सरकार की देखरेख में चलेगा। स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल के मूल सवाल का जवाब देते हुए बताया कि प्रदेश के नशा मुक्ति केंद्रों में मारपीट और प्रतिबंधित दवाएं पाए जाने जैसी अनियमितताओं के मामले सरकार के ध्यान में आए हैं, जो चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि अनियमितताओं को रोकने की जिम्मेदारी राज्य मेंटल हेल्थ प्राधिकरण की है। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि नशा मुक्ति केंद्रों में अनियमितताएं न हो, सरकार इस बात को सुनिश्चित करेगी। डॉ. सैजल ने कहा कि प्रदेश में इस समय 79 नशा मुक्ति केंद्र हैं। इनमें दो सरकारी और 77 गैर सरकारी नशा मुक्ति केंद्र चल रहे हैं और इनमें 14093 लोग इलाज के लिए भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि ऊना जिला में सबसे ज्यादा 4052 लोग इलाज के लिए भर्ती हैं। सोलन जिले में 2440, कांगड़ा में 2136, कुल्लू में 1475, हमीरपुर में 346, मंडी में 285, शिमला में, सिरमौर में 569 और बिलासपुर में 104 लोगों का इलाज नशा मुक्ति केंद्रों में चल रहा है।
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि नशाखोरी को रोकना सभी की जिम्मेदारी है और इसकी रोकथाम के लिए सभी को चिंतन करना करना होगा। इसके लिए उन्होंने परिवार के भी सहयोग की बात कही। उन्होंने कहा कि नशे को रोकने के लिए सरकार अपने स्तर पर लड़ाई लड़ ही रही है। वहीं, कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर के प्रतिपूरक सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नशाखोरी रोकने के लिए विधायक के सुझाव अपेक्षित हैं। वहीं, विधायक जगत सिंह नेगी के सवाल पर मंत्री ने कहा कि नशे की बुराई को रोकने के लिए जो कदम उठाने होंगे, वह उठाए जाएंगे।