भैरवगढ़ी पम्पिंग योजना से हो रही दूषित पेयजल आपूर्ति
पौड़ी गढ़वाल: विकासखण्ड द्वारीखाल के अन्तर्गत चेलूसैण बाजार द्वारीखाल बाजार सिलोगी में पेयजल समस्या के सम्बन्ध में भैरवगढी पम्पिंग योजना द्वारीखाल की जनता केे लिये एक अभिशाप हो गई है। आम जनता ने उक्त योजना के बनने से पेयजल की समस्या हल होने की आस लगाई थी, लेकिन उक्त योजना से ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध नही हो पा रहा है।
अभी पिछले एक हफ्ते से उक्त योजना पर पेयजल की आपूर्ति नही की गई। इस सम्बन्ध में जन प्रतिनिधियों ने प्रमुख महेन्द्र सिंह राणा से वार्ता की कि एक हफ्ते से उक्त पेयजल योजना से पानी सप्लाई नही हो रही है, अधिकारियों द्वारा बताया गया कि पम्प खराब है। पम्प आॅपरेटर से वार्ता कि गई तो उन्होने बताया कि पम्प खराब नही है।
इसी के चलते 4 अप्रैल को भैरवगढी से पानी सप्लाई किया गया जो कि पीला पानी था, जिसका वीडियो सम्बंधितों ने बनाकर प्रेषित किया, जिसमें पाइप से पीले पानी की सप्लाई बिल्कुल खराब थी लेकिन लोगो को बिना बताए ही उक्त खराब पेयजल सप्लाई की। उक्त खराब पानी से लोगो के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ेगा। उक्त योजना बार-बार खराब हो रही है या तो अधिकारी ध्यान नही दे रहे है या योजना में गुणवत्ता की कमी है। करोड़ो रूपये खर्च होने पर उक्त योजना का लाभ ग्रामीणों को नही मिल पा रहा है।
इस सम्बन्ध में माननीय प्रमुख जी ने ग्रामीणों को आश्वासन किया कि यदि उक्त योजना पर पेयजल सुविधा उपलब्ध नहीं होगी तो मैं स्वयं आपके साथ सम्बंधित अधिकारियों को घेराव करने के लिए तैयार हुॅ। उक्त भैरवगढी पेयजल योजना के अन्र्तगत ग्राम बिरमोली में लगभग 1 माह से पानी की आपूर्ति नही हो पा रही है।
जिससे ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से पेयजल लाना पड़ रहा है, इस सम्बन्ध में माननीय प्रमुख जी द्वारा क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्राम बिरमोली में महिलाओं की समस्याऐ सुनी तथा सम्बन्धित पेयजल के अधिकारियों को पेयजल व्यास्था से सुधार करने के लिए निर्देशित किया। लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी गाॅव वालों की समस्या सुनने बिरमोली नही गया, इससे साफ जाहिर होता है की अधिकारी जन हित के काम करने लिए तैयार नही हैै।
इस सम्बन्ध में जल निगम कोटद्वार से भी वार्ता की गई लेकिन उन्होने भी कोई संज्ञान नही लिया। स्थानीय जनता ने विभाग से भी कई बार गुहार लगाई गई लेकिन विभाग अपनी मनमानी कर रहा है। प्रमुख महेन्द्र सिंह राणा द्वारा जानकारी दी गई कि यदि अधिकारियों का इसी प्रकार द्वेषपूर्ण रवैया रहा तो जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों का घेराव किया जाएगा।