48 साल पहले मिली थी मौत की सजा, अब आयी है मौत की घड़ी

वाशिंगटनः मिसिसिपी में 1976 से मौत की सजा काट रहे एक कैदी को 25 जून को मृत्युदंड दिया जाएगा। प्रांत के सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को यह फैसला सुनाया। रिचर्ड गेराल्ड जॉर्डन (78) को 1976 में एक महिला का अपहरण करने और उसकी हत्या के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद मौत की सजा सुनाई गई थी। उसने सजा के खिलाफ कई बार अपील दायर की लेकिन हर बार उसकी अपील को खारिज कर दिया गया। हाल में अक्टूबर में उसकी अपील को खारिज किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में यह नहीं बताया कि जॉर्डन को मृत्युदंड किस तरह दिया जाएगा।
मिसिसिपी के कानून के अनुसार घातक टीके, नाइट्रोजन गैस, बिजली के झटके या स्क्वाड से गोलीबारी कराकर मौत की सजा दी जा सकती है। मिसिसिपी सुप्रीम कोर्ट के रिकॉर्ड के अनुसार, जॉर्डन ने जनवरी 1976 में एडविना मार्टर की अपहरण कर हैरिसन काउंटी के एक जंगल में गोली मारकर हत्या कर दी। फिर जॉर्डन ने महिला के पति चार्ल्स मार्टर को फोन कर झूठ बोला कि मार्टर सुरक्षित है और 25,000 अमरीकी डॉलर की फिरौती मांगी। आदेश में कहा गया, ‘‘पूरे विचार-विमर्श के बाद अदालत ने पाया कि जॉर्डन ने अपने बचाव के लिए सभी राज्य और संघीय उपायों को इस्तेमाल कर लिया। सभी उपायों के विफल होने के बाद अब उसे मृत्युदंड दिया जाएगा।” मिसिसिपी में आखिरी बार मौत की सजा दिसंबर 2022 में दी गई थी।