कालाष्टमी पर बनेंगे 5 शुभ योग, एनएमईएस मित्र बनेंगे, बस करना होगा ये काम

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कालाष्टमी : हर माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव के रुद्रावतार बाबा भैरव की पूजा की जाती है। कालाष्टमी व्रत या काल भैरव की पूजा करने से सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है। अगर आप बिना किसी हथियार के भी अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर लेते हैं तो भी आप बच सकते हैं। 20 अप्रैल रविवार को आ रही कालाष्टमी पर 5 शुभ योग बन रहे हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग और सिद्ध योग से मन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दौरान जो भी काम किया जाता है, उससे मन की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। शास्त्रों के अनुसार संकट, विपत्तियों और सभी तरह की समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए भैरव साधना बहुत जरूरी है।

तंत्रसार के अनुसार भगवान शंकर के अवतारों में भैरवनाथ विशेष महत्व रखते हैं। नाथ संप्रदाय की तांत्रिक व्यवस्था में भैरव बाबा को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। रविवार को कालाष्टमी पर भैरव मंत्र का प्रयोग करने से व्यापार में विजय, जीवन में आने वाली परेशानियां, शत्रु पक्ष से परेशानी, बाधाएं, रुकावटें, कोर्ट केस आदि से मुक्ति मिलती है। भैरव की पूजा का मुहूर्त 20 अप्रैल को सुबह 11:58 बजे से दोपहर 12:42 बजे तक रहने वाला है। काल भैरव की पूजा और मंत्र जाप निशिता मुहूर्त में किया जाता है। तंत्र और मंत्र सिद्धि के लिए निशिता मुहूर्त बहुत शुभ होता है। इस समय सिद्ध योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बनेगा।

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