लाखों रुपए की ठगी के मामले में दो आरोपियों को अल्मोड़ा पुलिस ने गुजरात से किया गिरफ्तार

नैनीतालः अल्मोड़ा जिले में पुलिस ने दो अलग-अलग घटनाओं में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर तीन बुजुर्गों से लगभग 83 लाख रुपए की ठगी के मामले में दो आरोपियों को हजारों किलोमीटर दूर गुजरात से गिरफ्तार किया है। अल्मोड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देवेन्द्र पींचा ने रविवार को अल्मोड़ा में इन मामलों का खुलासा किया है।
बताया कि विगत 23 मार्च से सात अप्रैल के मध्य अल्मोड़ा निवासी पूर्ण चंद्र जोशी और उनकी बहन भगवती पांडे को ठगों ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 75 लाख रुपए की ठगी कर ली थी। आरोपियों ने सीबीआई अधिकारी बन बच्चों के अपहरण के मामले में पीड़ितों की संलिप्तता का डर दिखाकर 75.73 लाख रुपए ठग लिए। लूट की रकम गिरोह के सदस्यों के खाते में जमा करवा दी। साथ ही यह भी कहा कि जांच पूरी होने के बाद पैसा उनके खाते में वापस आ जाएगा। साइबर ठगों ने दोनों बुजुर्ग भाई बहनों को 16 दिन तक डिजिटल अरेस्ट भी रखा। जब ठगी का अहसास हुआ तो दोनों पीड़ितों ने अल्मोड़ा पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर इस मामले की जांच वरिष्ठ उप निरीक्षक अजेन्द्र प्रसाद को जांच सौंप दी।
विवेचक ने सर्वप्रथम उन खातों का विवरण जुटाया जिसमें पैसा जमा हुआ। कठिन परिश्रम के बाद पुलिस ने प्रमुख आरोपी जुनेजा दिलावर निवासी महेन्द्रपुरा, मोरवी, राजकोट, गुजरात को 1400 किमी दूर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी में जुट गई है। उन्होंने आगे कहा कि इसी प्रकार लमगड़ा पुलिस ने भी ऐसे ही एक मामले में आरोपी मंडलिया निशीथ निवासी मंगलम-1, न्यू आर एम कालोनी, मास्टर सोसाइटी, जामनगर गुजरात को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपी ने अपने गिरोह के सदस्यों के साथ लमगड़ा बर्गला निवासी जीवन सिंह मेहता नामक बुजुर्ग 07.20 लाख की ठगी कर ली। आरोपियों ने पीड़ति को भी मनी लांड्रिंग केस में संलिप्त होने का भय दिखाकर सात दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। पुलिस ने पीड़ति की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की और जांच में आए तथ्यों के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसी मामले में पुलिस कुछ दिन पहले खरगौन मध्य प्रदेश से भी कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।