त्रिपुरा के राज्य मंत्री राम प्रसाद पॉल ने निर्वासित तिब्बती संसद का किया दौरा
हिमाचल प्रदेश: धर्मशाला त्रिपुरा के राज्य मंत्री राम प्रसाद पॉल ने सोमवार को धर्मशाला में निर्वासित तिब्बती संसद का दौरा किया। इस मौके पर तिब्बती संसद के स्थायी समिति के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। स्थायी समिति के सदस्यों ने राज्य मंत्री को तिब्बती संसद भवन का दौरा करवाया और निर्वासित तिब्बती संसद के कामकाज की जानकारी दी। इसके बाद स्थायी समिति के सदस्यों के सम्मेलन हॉल में उनको तिब्बती संसद और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की समग्र संरचना के बारे में भी अवगत करवाया गया।
त्रिपुरा के राज्य मंत्री राम प्रसाद पॉल ने तिब्बती सांसदों से चीन.तिब्बत संघर्षों के बीच बातचीत की वर्तमान स्थिति के बारे में जाना। तिब्बती सांसदों ने बताया कि परम पावन दलाई लामा और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के बीच मध्य मार्ग दृष्टिकोण की नीति है जिसमें चीनी सरकार को चीन के जनवादी गणराज्य के ढांचे के भीतर तिब्बत के तीन पारंपरिक प्रांतों में रहने वाले सभी तिब्बतियों के लिए एक वास्तविक स्वायत्तता का प्रस्ताव है। चीनी सरकार द्वारा बार.बार अस्वीकार किए जाने के साथ नौवें दौर की वार्ता के बाद वर्ष 2010 से चीन.तिब्बत संवाद रुक गया है।
इस मौके पर तिब्बती सांसद ने उन्हें परम पावन दलाई लामा की 14वीं पुस्तक माई लैंड एंड माई पीपल के साथ तिब्बतियों और भारतीयों के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए एक स्मारिका के रूप में भेंट की।