बाघ के हमले में युवक की मौत, ग्रामीणों ने आक्रोश जताया
नैनीताल। उत्तराखण्ड में मानव वन्य जीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात भी रामनगर क्षेत्र के बासीटीला गांव में खेत में चैकीदारी के लिए गए एक युवक को बाघ ने हमला कर मार डाला। बताया जा रहा है कि बाघ युवक के शव को घसीटकर करीब सौ मीटर तक ले गया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण बाघ को पकड़ने व वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
जानकारी के अनुसार रामनगर के लालपुर बासीटीला गांव निवासी प्रमोद तिवारी उर्फ पप्पू (42) पुत्र मनीष तिवारी बीती शाम को अपने खेत पर गए थे। इस बीच उन पर बाघ ने हमला कर दिया। बाघ उसे घसीटकर करीब सौ मीटर दूर तक ले गया। काफी देर तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने पप्पू के मोबाइल पर काल की तो रिसीव नहीं हुई। घबराए परिजन उन्हें ढूंढने के लिए खेत पर गए तो घटना की जानकारी हुई। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने शोर मचाया तो बाघ ने शव को छोड़ गया। सूचना पर कार्बेट के उपनिदेशक दिगंथ नायक, पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी, रेंजर भानु प्रकाश हर्बोला व रामनगर पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने खरीखोटी सुनाते हुए बाघ के हमले पर नाराजगी जताई।
ग्रामीणों का कहना है कि बाघ के गांव में आने से उनका खेतों में काम करना मुश्किल हो रहा है। ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है। लगातार बाघ के हमले हो रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। सूचना पर उपज्येष्ठ प्रमुख संजय नेगी ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर बाघ को पकडने की मांग की। ग्रामीणों का कहना था उचित आश्वासन नहीं मिलने तक शव को नहीं उठने दिया जाएगा।
बासीटीला में बाघ की हमले की घटना से गांव में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। मृतक प्रमोद खेतीबाड़ी से जुड़े हुए थे। मृतक के दो बच्चे हैं। पप्पू तिवारी की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की मां, पत्नी व बच्चों को बिलखता देख हर किसी की आंख नम हो गई।