शोभा यात्रा के साथ मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने किया राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ
बिलासपुर: राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ करते हुए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने जिला वासियों को नलवाड़ी मेला की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नलवाड़ी मेला वर्षो पुराना उत्सव है जिसके प्रति पूरे जिला भर की जनता में उत्साह और उमंग रहती है। उन्होंने कहा कि मेलों और उत्सवों के माध्यम से अपनी विरासत, परम्परा, सभ्यता, संस्कृति का संरक्षण होता है।
उन्होंने कहा कि कहलूरी संस्कृति को बढ़ाने के लिए इस मिट्टी ने बहुत से लोक कलाकारों को जन्म दिया है। बिलासपुर की छिंज (कुश्ती) बहुत ही लोकप्रिय है तथा उत्तर भारत में विख्यात है। स्थानीय लोगों में कुश्ती के प्रति विशेष उल्लास बना रहता है और हिमाचल के साथ-साथ अन्य जिलों से भी पहलवान इन कुश्तियों में जोर आजमाइश करते है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मेलो और उत्सवों को संरक्षित करने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश सरकार ने सांस्कृतिक नीति की घोषणा करते हुए नीति में घोषित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दो करोड़ रुपये की राशि से सांस्कृतिक कोष की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि मेले और उत्सवों के लिए प्रोत्साहन राशि को 1.5 गुना कर दिया गया है और स्वर कोकिला स्वर्गीय लगा मंगेशकर के नाम पर लता मंगेशकर संगीत महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा कि भाखड़ा बांध के निर्माण के समय जो मंदिर गोविंद सागर के पानी में समा गए थे उन्हें पुनः स्थापित करने के लिए 1400 करोड़ की योजना प्रस्तावित है।
उन्होंने बिलासपुर में एम्स की चर्चा करते हुए कहा कि एम्स मिलने से जिला ने स्वास्थ्य सेवाओं में एक ऊंची छलांग लगाई है। एम्स में ओपीडी की शुरुआत कर दी गई है तथा जून-जुलाई माह तक इसका लोकार्पण भी कर दिया जाएगा। उन्होंने एम्स खोलने के लिए राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जे.पी नड्डा और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व उन्होंने लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना के पश्चात लुहणू मैदान तक भव्य शोभयात्रा का नेतृत्व किया जहां उन्होंने बैलों का पूजन व खून्टी गाड़ कर नलवाड़ी मेले का विधिवत शुभारम्भ किया। उन्होंने नलवाड़ी मेले के ध्वज को फहराने के अतिरिक्त प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।