वट सावित्री व्रत के दिन क्या न करे
धर्म : सनातन धर्म में वट सावित्री व्रत का विशेष महत्व माना गया है. यह व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। आपको बता दें कि ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वट सावित्री का व्रत धारण किया जाता है। आपको बता दें कि आगामी 19 मई को जेठ अमावस्या के दिन बट सावित्री व्रत पड़ रहा है। इस दिन सुहागिनों को भूलकर भी ये 7 गलतियां नहीं करना चाहिए, वरना उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिनों को नहीं करनी चाहिए ये 7 गलतियां –
– वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिनों को काले, नीले और सफेद रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए, ऐसा करना उचित फल नहीं देता है।
– शादी के बाद पहली बार सुहागिनों को वट सावित्री का व्रत ससुराल में नहीं मायके में करना चाहिए. सुहाग की सामग्री भी मायके से ही लेनी चाहिए।
– व्रत में वट वृक्ष पर कच्चा सूत बांधकर परिक्रमा का विधान है, इस दौरान किसी को पैर नहीं लगना चाहिए. ऐसा होने से व्रत खण्डित हो जाता है।
– इस दिन भूलकर भी सुहागिनों को बरगद की टहनियां नहीं तोड़नी चाहिए, ऐसा करने से पाप चढ़ता है।
– वट सावित्री व्रत के दिन कथा सुनना बहुत शुभ माना जाता है. ऐसे में इस दिन कथा को बीच में अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए. इसके साथ ही कभी भी कथा सुनते सुनते बीच में उठकर नहीं जाना चाहिए, ऐसा करने से भगवान रुष्ठ हो जाते हैं।
– वट सावित्री व्रत के दिन बहुत देर तक नहीं सोना चाहिए, इसके अलावा मन में किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचार नहीं रखने चाहिए।