आयुष, योग धर्म के साथ ही अब उद्योगों की भूमि भी बन रही उत्तराखंड: मुख्यमंत्री धामी

0 0
Read Time:4 Minute, 44 Second

देहरादून: मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आयुष, योग धर्म एवं संस्कृति की भूमि के साथ अब उद्योगों की भूमि भी बन रही है। उत्तराखण्ड राज्य जब 2025 में स्थापना की रजत जयंती मनायेगा, तब तक उत्तराखंड को उत्कृष्ट राज्य बनाने में फार्मा सेक्टर क्या योगदान दे सकता है, इस दिशा में फोकस करना है।

बुधवार को सहस्त्रधारा रोड स्थित डांडा लखौड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खाद्य संरक्षा औ औषधि प्रशासन विभाग के नवनिर्मित एफ.डी.ए.भवन व राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने औषधी परीक्षण प्रयोगशाला का अवलोकन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश के फार्मा सेक्टर के लिए बहुत अहम दिन है। आज औषधि नियंत्रण संगठन व राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला के सुदृढ़ीकरण की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है। इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को केंद्र में रख कर 6.56 करोड़ की लागत से एफ.डी.ए.भवन का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त 13.22 करोड़ रुपये की लागत से एफ.डी.ए.भवन में औषधि नमूनों की गुणवत्ता जांचने के लिए राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भी स्थापित की गई है। इस प्रयोगशाला में वर्तमान आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि राज्य में औषधि निर्माण और इस क्षेत्र में विस्तार की संभावनाओं को अधिक से अधिक प्रोत्साहन दिया जाए। इस दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में औषधि निर्माण की ईकाइयां लगातार बढ़ रही हैं। राज्य में लगभग 300 औषधि निर्माता कम्पनियां कार्य कर रही हैं। ये सभी इकाइयां अपने उत्पादन के जरिए हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रकृति प्रदत्त अनेक संपदाएं हैं। उत्तराखण्ड आयुष, योग धर्म एवं संस्कृति की भूमि तो है ही। अब उद्योगों की भूमि भी बन रही है। राज्य सरकार की ओर से औषधि निर्माता कंपनियों को हर संभव मदद दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि 2025 में जब उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनायेगा, तब तक उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट राज्य बनाने में फार्मा सेक्टर क्या योगदान दे सकता है, इस दिशा में ध्यान दिया जाए। उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट राज्य बनाने में सबका योगदान जरूरी है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में औषधि निर्माता कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। दवा कंपनियों को लाइसेंस लेने में दिक्कतें न हो इसकी लिए ऑनलाईन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। साल 2024 तक राज्य को क्षय रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। ब्लड डोनेशन एवं संस्थागत प्रसव में उत्तराखण्ड श्रेष्ठ राज्यों में है।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल,विधायक उमेश शर्मा काऊ,सचिव स्वास्थ्य डॉ.आर.राजेश कुमार,प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ.विनीता शाह,प्रधानाचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ.आशुतोष सयाना,औषधी नियंत्रक ताजबीर सिंह,प्रबंध निदेशक एकम्स ग्रुप संदीप जैन,आर.के.जैन एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %