महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता से समाज को एक नई दिशा दी : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को सदन में कहा कि महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता से समाज को एक नई दिशा दी है। आजादी की लड़ाई में भी महिलाओं ने बढ़-चढ़कर योगदान दिया। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने उस कालखण्ड में उद्घोष किया था कि ‘मैं अपनी झांसी कदापि नहीं दूंगी’।
मुख्यमंत्री ने वैदिक कालीन नारी लोपामुद्रा, अपाला, शकुन्तला, सती सावित्री, अनुसुईया, गार्गी और मैत्रेयी के योगदान की भी चर्चा की। योगी ने कहा कि ‘अगर हम देखें तो आज का दिन बहुत ही विशेष है। सदन का पूरा दिन महिलाओं के नाम है। उत्तर प्रदेश विधानसभा आज इतिहास रचने जा रहा है। पहली बार महिला विधायकों के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। सदन का संचालन महिलाएं ही करेंगी।’
योगी ने कहा कि भारतीय संविधान में प्रत्येक वयस्क नागरिक को मतदान का अधिकार दिया है। हमारे संविधान में महिला और पुरुष के बीच कोई अंतर नहीं है। इंग्लैंड और कई देशों में महिलाओं को अधिकार बाद में मिले।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। महिला बीट बनाये गए हैं। इन स्थानों को महिला पुलिस कर्मी ही संचालित करती हैं। महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों में लिप्त अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बलात्कार में 35 फीसदी कमी आई है। मुख्यमंत्री ने कन्या सुमंगला योजना का भी जिक्र किया। बताया कि इससे करीब 13 लाख बच्चियों को लाभ मिल रहा है।