रूस के फैसले को संयुक्त राष्ट्र ने बताया क्षेत्रीय अखंडता का हनन
न्यूयॉर्क: पूर्वी यूक्रेन के दो शहरों डोनेत्स्क और लुहांस्क को स्वतंत्र क्षेत्र घोषित करने के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के फैसले को संयुक्त राष्ट्र संघ ने क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का हनन करार दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रूस के फैसले को संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन भी बताया है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रूस के एलान को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करार दिया है। उन्होंने यूक्रेन के संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान मिन्स्क समझौते के अनुरूप करने का आह्वान किया। उन्होंने याद दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इस बाबत वर्ष 2015 में एक प्रस्ताव पारित किया था।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने ऐसी किसी कार्रवाई या बयान से भी बचने का आग्रह किया गया है, जिससे यूक्रेन के भीतर और उसके आस-पास पहले से ही खतरनाक स्थिति और भड़क जाए। उन्होंने सभी संबद्ध पक्षों से आक्रामक गतिविधियों को तत्काल रुकवाने और आम लोगों एवं नागरिक बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों पर ध्यान लगाने का आग्रह किया है।
यूक्रेन में चल रहे घमासान को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की अपनी प्रस्तावित यात्रा भी रद्द कर दी है। उन्होंने इसके अलावा तमाम मुद्दों का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिये राजनय को प्राथमिकता देने का भी आग्रह किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्तेफान दुजैरिक ने आश्वासन दिया कि संयुक्त महासभा के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुरूप, संयुक्त राष्ट्र, यूक्रेन की अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर उसकी सम्प्रभुता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखण्डता के लिये पूर्ण समर्थन देने को लेकर दृढ़संकल्पित है।