नाबार्ड वित्तपोषित सूबे का पहला रोपवे, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने रखी आधारशिला
मंडी: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने रविवार को मंडी जिला में माता बगलामुखी मंदिर के लिए बनने वाले 800 मीटर लंबे बगलामुखी रोपवे की आधारशिला रखी। यह रोपवे राज्य का पहला रोपवे है, जिसका निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों को रोपवे से जोडऩे के लिए भारत सरकार द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद नाबार्ड के वित्तपोषण से किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाखली में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस रोपवे का निर्माण 50 करोड़ रुपए की लागत से एक वर्ष के भीतर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस रोपवे का निर्माण मै. डोपेलमायर इंडिया प्राईवेट लिमिटेड और बेकम इंफ्रा लिमिटेड द्वारा एरियल ट्राम वे-तकनीक और इंजीनियरिंग के सीईएन मानकों और निर्माण आधार पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस रोपवे के एक हिस्से का निर्माण द्रंग विधानसभा क्षेत्र और दूसरे हिस्से का निर्माण सिराज विधानसभा क्षेत्र में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पीपीपी आधार पर रोपवे परियोजनाओं के लिए केंद्र व राज्य सरकार में 90:10 के अनुपात की लागत वहन करने के लिए उच्चतर वीजीएफ प्राप्त करने का मामला केन्द्र सरकार के समक्ष उठाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र को वित्तपोषण के लिए चार रोपवे भी नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मेनेजमेंट लिमिटेड को भेजे हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से चंबा जिले के भरमौर से भरमाणी माता मंदिर तक 120 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले रोपवे की डीपीआर तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कांगड़ा जिले में 605 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला पालमपुर-थातरी-चौगान, जिला कुल्लू में 200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला बिजली महादेव और जिला सिरमौर के शिरगुल महादेव मन्दिर से चूड़धार तक रोपवे शामिल हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि द्रंग क्षेत्र के कांग्रेस नेता विकास के मामले में द्रंग के लोगों को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कौल सिंह को वर्तमान सरकार द्वारा पिछले चार वर्षों के दौरान किए गए रिकॉर्ड विकास कार्यों को लेकर भय हो गया है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए बाखली में बनने वाले ईको पार्क के कार्य को आगामी माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 150 करोड़ रुपए लागत की शिवधाम परियोजना का पहले चरण का कार्य तेजी से चल रहा है, जो पूरा होने पर पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। उन्होंने कहा कि बाखली स्थित नेचर पार्क को दूसरे चरण में रोपवे से जोडऩे का प्रयास किया जाएगा।