आतंक का पर्याय बना मादा गुलदार रेस्क्यू

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देहरादून: पिछले कई महीनों से देहरादून के नत्थूवाला, बालावाला क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने मादा गुलदार को आज वन विभाग और स्थानीय लोगों की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया।

रेंज अधिकारी रायपुर राकेश नेगी ने बताया कि पिछले कई महीनों से गुलदार आबादी वाले क्षेत्र में घूम रहा था। गुरुवार को मसूरी वन प्रभाग की ओर से चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद कड़ी मशक्कत के बाद गुलदार को पकड़ लिया गया। यह मादा गुलदार है। उसकी आयु करीब 2 साल है। इसके बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।

उन्होंने बताया कि कई बार सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हुआ, जिससे ग्रामीणों में एक डर का माहौल बना हुआ था। एक सप्ताह से इसका लोकेशन ट्रेस किया जा रहा था। यह मादा गुलदार नत्थूवाला, बालावाला तुनवाला, शमशेर गढ़ में घूमती थी। इसे मालसी जू के चिकित्सक की मदद से रेस्क्यू किया गया। गुलदार चिकित्सक की देखरेख में है,जल्द ही इसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

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