बागेश्वर धाम सरकार को मंत्री ने दिया चैलेंज, धीरेंद्र शास्त्री की चेतावनी- सनातन धर्म का विरोध करने वालों का होगा बहिष्कार
रायपुर :बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। उन पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा है। नागपुर की एक संस्था, अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति के संस्थापक ने धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई है।
वहीं इन सभी आरोपों को धीरेंद्र शास्त्री ने सिरे से नकार दिया है। धीरेंद्र शास्त्री ने रायपुर में कहा, ऐसे लोग आते रहेंगे। हमारे पास बंद कमरा नहीं है। वे (जिन लोगों ने उन्हें चुनौती दी है) उन्हें खुद आकर देखना चाहिए। कोई भी मेरे शब्दों और कार्यों को कैमरे पर चुनौती दे सकता है। लाखों लोग बागेश्वर बालाजी के दरबार में आकर बैठते हैं। जो मुझे प्रेरित करेगा, मैं लिखूंगा और जो लिखूंगा, वह सच हो जाएगा। मुझे अपने भगवान पर भरोसा है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर एक चिट्ठी पर उनके भक्तों का भविष्य भी बता देते हैं, जब इस पर उनसे सवाल पूछा गया तो शास्त्री ने कहा, ईश्वर, हमारे गुरुओं की कृपा और सनातन धर्म के मंत्रों की शक्ति से मैंने कौशल प्राप्त किया है। सभी को इसका अनुभव करना चाहिए। यह सत्य सनातन धर्म की उद्घोषणा है।
बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लगातार चैलेंज पर चैलेंज मिलते जा रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ के मंत्री कवासी लखमा ने धीरेंद्र शास्त्री को चैलेंज किया है। मंत्री कवासी लखमा ने कहा है कि यदि बाबा छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण की बात साबित कर देंगे, तो वो राजनीति छोड़ देंगे। लेकिन ऐसा नहीं कर पाने पर बाबा को पंडितई छोड़नी पड़ेगी। दरअसल, एक वीडियो में धीरेंद्र कृष्ण दावा करते नजर आ रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण हो रहा है।
बागेश्वर धाम के इस बाबा को चैलेंज करने वाले सिर्फ नागपुर में ही नहीं, उसी छत्तीसगढ़ में भी हैं जहां वो इन दिनों राम कथा दरबार लगाए हुए हैं। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चैलेंज किया है। लखमा ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले नहीं बढ़े हैं। अगर पंडित धीरेंद्र शास्त्री इसे साबित कर दें, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो उन्हें पंडिताई छोड़नी पड़ेगी।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और उनका दरबार आरोपों के घेरे में है। विवाद बढ़ता ही जा रहा है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर के श्याम मानव की चुनौती का जवाब देने के लिए रायपुर में चल रहे राम कथा दरबार को चुना। नागपुर से बाबाजी को जब चैलेंज मिला तो उस चैलेंज का जवाब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रायपुर से दिया। धीरेंद्र शास्त्री ने चैलेंज के जवाब में चैलेंज देते हुए कहा चुनौती स्वीकार है।
रायपुर की रामकथा के दरबार में बागेश्वर धाम के बाबा एक के बाद एक चैलेंज को स्वीकार कर रहे हैं। उन्हें ऑन कैमरा साबित करने का दावा कर रहे हैं। लेकिन उन्हें चैलेंज करने वाले नागपुर के अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव बाबा के दावों को सिरे से नकार रहे हैं।
एक तरफ धीरेंद्र शास्त्री को चैलेंज पर चैलेंज किया जा रहा है तो दूसरी तरफ उनके समर्थकों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। विश्व हिंदू परिषद ने धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में प्रदर्शन किया तो अब उनके समर्थन में योगगुरू स्वामी रामदेव भी आ गए हैं। स्वामी रामदेव ने कहा कि सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए एजेंडा चलाया जा रहा है। संतों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी छवि को खराब करने वाले और उनकी शक्तियों पर सवाल उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, उन्होंने कहा, उन्होंने मेरी छवि खराब की है। बागेश्वर धाम के लोग उन्हें उचित जवाब देंगे। सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वाले का बहिष्कार किया जाएगा। कथित धर्मांतरण पर शास्त्री ने कहा, हम हिंदुओं को जन्म के समय प्राप्त धर्म में वापस लाने का काम कर रहे हैं। कुछ लोग उपद्रव पैदा कर रहे हैं. उन्हें सबक सिखाना होगा। जब तक मैं जीवित हूं, मैं सभी सनातनी हिंदुओं को अपने धर्म की ओर वापस लेकर आऊंगा।