देश की आर्थिक आजादी के लिए स्वदेशी का संकल्प लें : स्वामी रामदेव
हरिद्वार: 76वें स्वाधीनता दिवस पर पतंजलि योगपीठ में स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर देश की आर्थिक आजादी के बारे में भी हम संकल्प लें कि हम वे ही उत्पाद प्रयोग करेंगे जो स्वदेशी हैं। इससे भारत आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।
उन्होंने कहा शिक्षा की आजादी के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय शिक्षा बोर्ड का गठन कर आजादी के 75 वर्षों के बाद एक बहुत बड़ा काम किया है। इससे 1837 से चली आ रही मैकाले की शिक्षा पद्धति का अंत होगा। स्वदेशी शिक्षा व चिकित्सा के विषय में उन्होंने कहा कि अंग्रेजी पैथी से मुझे कोई विरोध नहीं है किन्तु निजता का स्वाभिमान हमारे भीतर है। हम पतंजलि योगपीठ, पतंजलि वैलनेस के माध्यम से योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और सनातन जीवन पद्धति पर चलते हुए इस दुनिया को निरोगी करेंगे।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हम सबको अपने राष्ट्र के उत्थान के प्रति संकल्पित होना होगा, क्योंकि हम सभी इस माटी के कण-कण से, उसकी संवेदनाओं से जुड़े हुए हैं। यही वह कारण है जो हम अपनी मातृभूमि की आराधना करते हैं। पतंजलि शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे नन्हें छात्र से लेकर व्यस्क छात्रों तक सभी में यह भावना जागृत होनी चाहिए कि वह किस प्रकार से राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग कर सकता है।
आज हमें उन सभी शहीदों को, सभी क्रांतिकारियों को नमन करना चाहिए जिन्होंने अपनी भरी जवानी को इस देश के लिए कुर्बान कर दिया।
इस अवसर पर ऋम्भरा शास्त्री, बहन अंशुल, बहन पारूल, ललित मोहन, पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति महावीर जी, सहायक कुलानुशासक स्वामी परमार्थ देव, स्वामी विदेहदेव, स्वामी अर्षदेव तथा पतंजलि से सम्बद्ध सभी संस्थानों के अधिकारी, कर्मचारी, पतंजलि शिक्षण संस्थानों के आचार्य, छात्र-छात्राएं, पतंजलि संन्यासाश्रम के संन्यासी भाई व साध्वी बहनें उपस्थित रहे।