सर्दियों में हार्ट अटैक से बचे
-ठंड में हार्ट फेलियर का बढ़ जाता है ज्यादा खतरा
देहरादून: सर्दियों में अपने हार्ट का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। अक्सर सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक से मौत होने वालों की संख्या बढ़ जाती है। सर्दी में अपने दिल का ख्याल अच्छी तरह से रखना जरूरी है। डाक्टर इसके लिए उपाय सुझाते हैं। इसके लिए नियमित व्यायाम जरूरी है। सर्दी अधिक हो तो सुबह घूमने से परहेज करें। रक्तचाप की जांच कराते रहें। कफ, कोल्ड, फ्लू आदि से खुद को बचाए रखें।
किसी भी व्यक्ति का हार्ट फेलियर तब होता है। जब हृदय शरीर की आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पयार्प्त खून पंप नहीं कर पाता है। इसकी वजह से हृदय कमजोर हो जाता है या समय के साथ हृदय की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं।
ठंड के मौसम में तापमान कम हो जाता है, जिससे ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते है। जिससे शरीर में खून का संचार अवरोधित होता है। इससे हृदय तक ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है, जिसका अर्थ है कि हृदय को शरीर में खून और ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए अतिरिक्त श्रम करना पड़ता है। इसी वजह से ठंड के मौसम में हार्ट फेलियर मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने का खतरा बढ़ जाता है।
वरिष्ठ फिजीशियन डाँ राजीव गैरोला कहते हैं कि ठंड में सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। जो हृदय रोग से पीड़ित हैं उन्हें ज्यादा ही ध्यान रखना है। शरीर को ठंड से बचाकर रखना है। नियमित व्यायास करना जरूरी है। अधिक ठंड में घर से बाहर न निकले। शरीर को गर्म रखें।