चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ अभियान, 6 मिलावटखोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर विशेष अभियान शुरू कर दिया गया था। यह अभियान वर्तमान में भी लगातार जारी है। उपायुक्त गढ़वाल मंडल राजेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में टीमों का गठन कर यात्रा मार्गों पर होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों में बेची जा रही खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जांच की जा रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर. राजेश कुमार की ओर से अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये हैं कि कि अभियान में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश नहीं की जायेगी। आयुक्त के स्पष्ट निर्देश हैं कि चारधाम यात्रा मार्ग पर कोई भी दुकानदार मिलावटी सामान, खाद्य पदार्थ व फलों को नहीं बेच पाये इसका विशेष ध्यान रखा जाये। डॉ आर राजेश कुमार द्वारा उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले में अभियान चलाने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार के निर्देशों के अनुक्रम में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों पर खास निगरानी रखी जा रही है। मिलावटी या एक्सपायरी डेट के खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उपायुक्त गढ़वाल मंडल राजेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में खाद्य विभाग की टीम अब तक 325 दुकानों का निरीक्षण कर चुकी है। इसमें 155 नमूने संदिग्ध पाये गये जिनको जांच के लिए लैब में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट मानको के अनुरूप नहीं आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि अभी तक हमने मिलावटी सामान व खाद्य पदार्थ बेचने वाले 6 दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। 03 अन्य दुकानदारों के खिलाफ भी मिलावटी सामान बेचने में कार्रवाई गतिमान है। आम जनमानस के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी चारधाम यात्रा के दौरान विभाग ने अभियान चलाया था।
अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि मोबाइल टेस्टिंग वैन की टीम ने पूरे यात्रा मार्ग पर होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों के साथ खाद्य पदार्थ की दुकानों का निरीक्षण कर नमूनों की जांच की। इस दौरान 500 से अधिक सैंपल लिये गये। इनमें किसी भी सैंपल में कोई मिलावट नहीं पाई गई। अपर आयुक्त ने बताया कि अभी मोबाइल टेस्टिंग वैन बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सैंपलों के जांच के लिए लगाई गई है। जल्द मोबाइल टेस्टिंग वैन को गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर भी सैंपलों की जांच के लिए भेजा जायेगा। अपर आयुक्त ने बताया कि मोबाइल वैन में नमूनों की जांच के लिए एक डिप्टी कमिशनर व एक खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात रहता है।
अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही विभाग द्वारा आईइसी के साथ मिलकर मिलावटी खाद्य पदार्थों को लेकर जन जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया था। स्थानीय व्यापारियों, ढाबा संचालकों, फल विक्रेताओं मेडिकल स्टोर संचालकों के साथ बैठक कर पूरी गाइडलाइन से अवगत कराया गया। जिसके बाद काफी परिवर्तन यात्रा मार्गों पर देखने को मिल रहा है। अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आम जनता के लिए भी ट्रोल फ्री नंबर 180018042 जारी किया गया है। किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार के मिलावट या एक्सपायरी सामान बेचे जाने की जानकारी मिलती है तो वह ट्रेल फ्री नम्बर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त डॉ आर० राजेश कुमार के निर्देशानुसार प्रतिबंधित कैल्शियम कार्बाइड युक्त फलों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया गया है। हमने विभिन्न फलों के नमूने एकत्र कर उन्हें आवश्यक जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है। अपर आयुक्त ने बताया कि फलां को कार्बोइड से पकाने तथा कलर करने की शिकायत मिलने पर गढ़वाल आयुक्त एफडीए डॉ आर एस रावत के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा निरंजनपुर सब्जी मण्डी, नेहरु कौलोनी सब्जी मंडी, आराघर सब्जी मंडी तथा 6 नम्बर पुलिया सब्जी मण्डी का औचक निरीक्षण किया गया। टीम के द्वारा तरबूज, खरबूज, पतीता, आम, केला के 9 नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गये हैं। फलों जैसे आम, केले, पपीता आदि को पकाने हेतु प्रतिबंधित कार्बोइड का प्रयोग करते नहीं पाया गया। मौके पर फलों को पकाने हेतु ऐथेलीन का प्रयोग करते पाया गया। फलो को एथिलीन से पकाने हेतु भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा प्रमाणीकरण किया गया है। फलों में विशेषकर तरबूज, खरबूज आदि में कलर करते नहीं पाया गया। टीम में अभिहित अधिकारी मुख्यालय मनीष समाना, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दे०झ रमेश सिंह, मंडी उप निरीक्षण आदि थे। अपर आयुक्त ने बताया कि मिलावटी फलों को लेकर यह अभियान यात्रा मार्गों के साथ पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है।