यूक्रेन में अब भी कुछ भारतीय मौजूदए ऑपरेशन गंगा जारी
नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने के लिये चलाया गया ऑपरेशन गंगा बंद नहीं हुआ है। अभी भी कुछ भारतीय छात्र एवं नागरिक वहां फंसे हुए हैं और उनमें से कुछ लोग यूक्रेन छोड़ना नहीं चाहते।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि हमारी जानकारी के अनुसार यूक्रेन में करीब 50 भारतीय रह गए थे। उनमें से भी कुछ लोग यूक्रेन से बाहर निकल आये हैं। इस समय 15 से 20 लोग वहां हो सकते हैं। हमारी जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले 50 नागरिक होने की सूचना थी। उनमें से कुछ लोग बाहर आ गए हैं।
ऑपरेशन गंगा के माध्यम से करीब 22,500 भारतीय नागरिकों और छात्रों को वहां से निकाला गया है। भारतीय नागरिकों को यूक्रेन के रूसी क्षेत्र क्रिमिया और पश्चिमी सीमा क्षेत्र के माध्यम से भी निकाला गया है।
प्रवक्ता से अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की ओर से रूस के खिलाफ सुनाये गए फैसले के बारे में भी पूछा गया। प्रवक्ता का ध्यान इस ओर दिलाया गया कि न्यायालय के भारतीय मूल के जज दलबीर भंडारी ने रूस के खिलाफ फैसले के पक्ष में थे, जबकि न्यायालय में रूस और चीन के जजों ने फैसले से असहमति व्यक्त की थी।
प्रवक्ता ने कहा कि न्यायमूर्ति भंडारी को ‘भारतीय जज’ की संज्ञा देना उचित नहीं है। भंडारी न्यायालय के जज हैं, जो भारत से हैं। उन्होंने कहा कि न्यायालय का कोई न्यायाधीश क्या फैसला देता है यह विदेश मंत्रालय के लिये टीका टिप्पणी का सवाल नहीं है।