बजट में गौसदनों के संरक्षण के लिए धन में छह गुना बढ़ोतरी
देहरादून: वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए बजट में हर सेक्टर और वर्ग पर फोकस किया गया है। प्रदेश में गौसदनों की स्थापना के लिए बजट में छह गुना बढ़ोतरी की गई है।
मंत्री प्रेमचंद ने लगभग दो घंटे तक 62 पृष्ठों का भाषण को बिना रुके पढ़ा। इस दौरान सदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित विपक्षीय सदस्य मौजूद रहे। मंत्री प्रेमचंद ने कहा कि समाज के हर वर्ग से राय लेकर ही बजट बनाया गया है, ताकि प्रदेश का विकास दोगुनी गति से हो सके। गौवंश के संरक्षण के लिए गौसदनों की स्थापना के लिए बजट के प्रावधानों में छह गुना वृद्धि करते हुए 15 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं।
पलायन पर प्रभावी प्रहार के लिए ठोस रणनीति-
मंत्री ने कहा कि राज्य के गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के विभिन्न जिलों से पलायन पर प्रभावी प्रहार के लिए ठोस रणनीति बनाकर कार्य किया जाएगा। इसके लिए रिवर्स पलायन पर कार्य किया जाएगा। गांवों में कृषि, उद्योग, पर्यटन पर फोकस करते हुए पलायन रोका जाएगा। मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के लिए 25 करोड़, सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के लिए 44.78 करोड़ मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना के लिए 20 करोड़ और सबसे ज्यादा दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के लिए 105.41 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
सरकार का शिक्षा पर विशेष फोकस-
बजट में सरकार शिक्षा सेक्टर पर विशेष फोकस किया है। चंपावत स्थित शोबन सिह जीना विश्वविद्यालय और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में आईटी अकादमी और उत्कृष्टता केंद्र के संचालन के लिए पांच-पांच करोड़ रुपयों का प्रावधान किया है। सामान्य व पिछड़ी जाति के छात्रों को निशुल्क किताबें उपलब्ध करवाने के लिए 36.86 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
जीआई टैग प्राप्त कर वैश्विक बाजार तलाशेगी सरकार-
वित्त मंत्री ने बताया कि कृषि क्षेत्र के विकास के साथ धामी सरकार ने अपना विजन साफ रखा है। जीआई टैग प्राप्त कर वैश्विक बाजार की संभावना तलाशने की रणनीति बनाई जा रही है। इसके लिए केन्द्र सरकार को आवेदन किया गया है। स्थानीय फसलों का प्रोत्साहन कार्यक्रम के लिए 7.5 करोड़ रुपयों का प्रावधान है। मुख्यमंत्री एकीकृत बागबानी मिशन के लिए 17 करोड़ और दीन दयाल सहकारिता किसान कल्याण योजना के लिए 55 करोड़ रुपयों का प्रावधान किया गया है।