सच्चे मन से कषाय और मिथ्यात्व का त्याग करना उत्तम त्याग धर्मः विकसंत सागर जी मुनिराज
देहरादून: उत्तम त्याग धर्म पर अपने प्रवचन में श्रमणोपाध्याय 108 श्री विकसंत सागर जी मुनिराज ने कहा कि सच्चे मन से कषाय और मिथ्यात्व का त्याग करना उत्तम त्याग धर्म है। आत्म शुद्धि के उद्देश्य से क्रोध, मान, माया और लोभ आदि विकारी भावों को छोडना तथा स्व और पर के उपकार की दृष्टि से अपने उपभोग के धन-धान्य आदि पदार्थों का सुपात्र को दान करना भी त्याग धर्म है। कार्यक्रम की इसी श्रंखला में दोपहर 2.00 बजे से श्री वर्णी जैन इंटर कॉलेज गांधी रोड पर मिट्ठन लाल सुरेश चंद जैन वाद विवाद प्रतियोगिताष् का आयोजन किया गया प्रतियोगिता मे मुख्य अतिथि बीना जैन जैन कॉलोनी एव वीना जैन सुभाष रोड एव विद्यालय के प्रधान मनीष जैन, सचिन जैन, राज किरण जैन, अजय जैन, विपिन जैन, जैन समाज के गणमान्य लोग एव विद्यालय की प्रधानाचार्य शुभी गुप्ता एव समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
संध्याकालीन कार्यक्रमों की श्रृंखला में सभी श्रद्धालुओं द्वारा श्रीजी की आरती बड़े ही भक्ति भाव और उल्लास के साथ की गई जिसमें भारी संख्या में भक्तों ने भाग लिया आरती के पश्चात श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर रोचीपुरा समिति द्वारा सुंदर नाटिका मैना सुंदरी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनिल जैन रहे कार्यक्रम का संचालन रजनी जैन द्वारा किया गया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मीडिया संयोजक मधु जैन ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में वीरांगना क्लब के तत्वाधान में दिनांक 16 सितंबर को 8 बजे जैन धर्मशाला प्रिंस चैक पर धार्मिक अंताक्षरी आयोजित की जाएगी इस अवसर पर आशीष जैन, अर्जुन जैन राजीव जैन, अनिल जैन,(रोचीपुरा) मयंक जैन, मंदिर समिति के प्रधान दिनेश जैन, प्रवीण जैन, मुकेश जैन, विपिन जैन, अमित जैन, प्रमोद जैन, नरेश चंद जैन, सुखमाल चंद जैन, अंकित जैन, अशोक जैन, अजय जैन, प्रदीप जैन, सचिन जैन प्रीति जैन, मीता जैन, दीपाली जैन, सारिका जैन, सीमा जैन, रीना जैन, रिचा जैन, रितिका जैन, मालती जैन, मधु जैन, बीना जैन, ममलेश जैन, बबिता जैन, दीपा जैन, स्तुति जैन, आदि बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग उपस्थित रहे।