गैंगरेप व हत्या में चार साल से फरार ईनामी बदमाश गिरफ्तार, उत्तराखण्ड पुलिस ने किया बिहार से  गिरफ्तार

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-गैंगरेप व हत्या मामले में पहले ही छह लोग जा चुके हैं जेल

देहरादून:  मसूरी मे हुए गैंगरेप व हत्या के मामले में पिछले चार सालों से फरार चल रहे दस हजार के ईनामी बदमाश को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। गैंगरेप व हत्या की इस वारदात में नौ लोग शामिल थे जिनमें से छह लोगों को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि दो आरोपी फरार है जिनकी तलाश की जा रही है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेन्द्र रावत ने बताया कि 2017 को धर्मदास पुत्र नागदा निवासी पुरोला उत्तरकाशी द्वारा कोतवाली मसूरी में सूचना देकर बताया गया था कि उनकी पुत्री विजय का विवाह 30/06/2017 को रकम दास पुत्र विशन दास निवासी उत्तरकाशी के साथ हुआ था उनकी पुत्री व उसका पति चंडीगढ़ में निवास कर रहे थे उनकी पुत्री दिनांक 15/07/2017 को बिना बताए चंडीगढ़ से चली गई थी जिसकी गुमशुदगी उनके दामाद रकम दास ने थाना सुहागा मोहाली में दर्ज कराई थी। बताया कि 20/7/2017 को उन्हे सूचना मिली की चूनाखाला के जंगल में एक अज्ञात महिला का शव सड़ी गली अवस्था में पेड़ से लटका हुआ है।

मौके पर पहुंची मसूरी पुलिस नें शव को कब्जे में लेकर साक्ष्य एकत्रित किए। जिसकी पहचान प्रेमदास पुत्र सुमन दास निवासी उत्तरकाशी ने अपनी पुत्री के रूप में की गयी। मामले के खुलासे में जुटी पुलिस टीम ने घटनास्थल से बरामद फोन की जांच की तो पता चला कि उक्त मोबाइल मृतका का है तथा बरामद सिम प्रमोद मंडल पुत्र नागेश्वर मंडल बिहार के नाम रजिस्टर्ड है।

जांच के दौरान यह भी सामनें आया कि मृतका की अपने ही गांव के एक युवक से जान पहचान थी जब इस युवक से पूछताछ की गई तो पता चला कि मृत्यु से कुछ समय पूर्व मृतका विजय इस युवक से मिलने देहरादून आई थी तथा उसके पश्चात मसूरी भटृा गांव पहुंची थी। भटृा गांव पहुंचने पर मृतका ने भटृा गांव के व्यक्तियों से एवं कुछ बिहारी व्यक्तियों के फोन से इस युवक की फोन पर अपने पति के रूप में बात करवाई थी।

इस घटना में बाहरी व्यक्तियों की संलिप्तता को देखते हुए क्षेत्र के प्रत्येक घरों में कार्य अथवा मजदूरी करने वाले व्यक्तियों का सत्यापन करना प्रारंभ किया गया। इस सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस ने प्रमोद मंडल को गिरफ्तार कर लिया। जिसने बताया कि 16/7/2017 को वह अपने साथियों राकेश मंडल पुत्र नंदलाल मंडल, सुखारी मंडल पुत्र उधम मंडल, राकेश साहनी पुत्र नंद साहनी, नंदू पुत्र अज्ञात, जयकरण पुत्र राम लक्ष्मण, बिटृू पुत्र सत्रोहन साहनी,ठगा मंडल पुत्र सहदेव, नारायण मंडल पुत्र कामेश्वर मंडल के साथ मजदूरी का कार्य कर रहा था तभी दोपहर के समय उक्त महिला फोन पर अपने पति से बात कराने के लिए फोन मांगने के लिए आई थी, तथा वह महिला काम की तलाश में थी। प्रमोद मंडल ने अपने फोन से महिला की बात भी कराई गई थी और यह भी बताया कि मृतका महिला की मजबूरी व लाचारी का फायदा उठाकर हम सभी ने महिला के साथ बलात्कार किया तथा पता लग जाने के डर से महिला की गला घोट कर हत्या कर दी, महिला की पहचान न हो इसलिए उसके चेहरे पर तेजाब डालकर खराब कर दिया था।

हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे दूर जंगल में ले जाकर चुन्नी से गले में फंदा डाल दिया और शव को पेड़ से लटका दिया था। घटना के खुलासे के बाद पुलिस ने मुकदमे में से सम्बन्धित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके बाद अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही थी। अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस टीम ने 07/08/2021 को आरोपी ठगा मंडल को बिहार से गिरफ्तार कर लिया। जिसे आज न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

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