हिमाचल में पुरानी पैंशन को बहाल करवाएंगेर: शिक्षक महासंघ

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शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को पेश किए बजट की अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ व हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने सराहना की है। महासंघ के राष्ट्रीय सचिव पवन मिश्रा औेर प्रांत महामंत्री मामराज पुंडीर ने रविवार को शिमला में आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षकों के कल्याण के प्रति गंभीर है और महासंघ की 16 प्रमुख मांगों में से 12 मांगें मान ली गई हैं।

पवन मिश्रा ने कहा कि कर्मचारियों की पुरानी पैंशन को बहाल करवाने के लिए महासंघ प्रयासरत है। प्रदेश सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए समिति गठित कर दी गई है जो शीघ्र अति शीघ्र अपना कार्य पूरा कर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल करवाने के लिए महासंघ ने पहले भी भरसक प्रयास किया है और राज्य सरकार से इसे निश्चित तोैर पर लागू करवाया जाएगा।

कहा कि महासंघ ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करवाने के लिए प्रधानमंत्री, पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री व वर्तमान शिक्षा मंत्री के साथ तीन बैठकें की गई जिसके फलस्वरूप केंद्र सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना समीक्षा समिति का गठन किया गया है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ शिक्षकों व कर्मचारियों के हित में लगातार काम कर रहा है। महासंघ के आग्रह पर ही सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए निशुल्क वर्दी व पुस्तकें उपलब्ध करवाई गई। विद्यालयों में मल्टी टास्क वर्कर के पद सृजित करना, टेट की शर्त आजीवन करना, ए सी आर को ऑनलाइन करना, जे बी टी और सी एंड वी की दूसरे जिलों में नियुक्ति की स्थिति में अपने गृह जिला में स्थानांतरण के लिए सेवा अवधि शर्त 13 वर्ष से घटाकर 5 वर्ष करना जिसमें अनुबंध काल भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि महासंघ के संघर्ष की वजह से ही शास्त्री एवं भाषा अध्यापकों को टी जी टी पदनाम दिया गया जो राष्ट्रभाषा और सभी भाषाओं की जननी देववाणी संस्कृत का सम्मान और गौरव बढ़ाता है। प्रवक्ता स्कूल न्यू का पदनाम प्रवक्ता बहाल कर दिया गया है। 2555 एस एम सी अध्यापकों के वेतन में वृद्धि सहित उनकी सेवाओं को निरंतर रखना तथा तर्कसंगत नीति बनाना,20 वर्षों से विद्यालयों में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों के वेतन में वृद्धि करना और उन्हें शिक्षा विभाग में समाहित करने का आश्वासन,26.04.2010 से पहले नियुक्त प्रशिक्षित कला स्नातक शिक्षकों व प्रवक्ताओं को मुख्य अध्यापक एवं प्रधानाचार्य बनने के लिए दोनों विकल्पों को बहाल करवाना हिमाचल शिक्षक महासंघ की बड़ी उपलब्धियां हैं। आगामी वित्त वर्ष के लिए शिक्षा क्षेत्र का बजट 16ः कर दिया गया है जो कि अब 8412 करोड़ बनता है। यह अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है। विद्यार्थियों के हर वर्ष दी जाने वाली छात्रवृतियों की राशि और संख्या दोनों बढ़ा दी गई है जो छात्र हित में सरकार का बहुत बड़ा फैसला है।

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