केदारघाटी में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, वायु सेना के हेलीकाॅप्टर पहुंचे

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रुद्रप्रयाग: केदारघाटी में भारी बारिश से लिंचोली के समीप जंगलचट्टी में बादल फटने से रामबाड़ा, भीमबली लिंचोली का रास्ता पूरी तरह से बाधित हो गया। जिसके बाद से जिला प्रशासन लगातार राहत एवं बचाव कार्य में लगा है। एयर लिफ्ट में तेजी लाने के लिए वायु सेना का चिनूक एवं एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी शुक्रवार सुबह गौचर पहुंच गए हैं। एमआई-17 ने एक चक्कर लगाकर 10 लोगों को रेस्क्यू कर गौचर पहुंचा दिया है।

उधर भीमबली और लिंचोली से भी यात्रियों को एयर लिफ्ट करना शुरू कर दिया गया है। वहीं केदारघाटी में करीब 4 हजार लोगों के फंसे होने की सूचना है। दोपहर 12 बजे तक लिंचोली एवं भीमबली से एयर लिफ्ट कर लगभग 430 यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं गौरीकुंड- सोनप्रयाग के बीच लगभग 700 यात्रियों को सफल रेस्क्यू किया जा चुका है। इसके साथ ही एनडीआरएफ एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा घायल तीर्थ यात्रियों का उपचार किया जा रहा है। एमआई 17 से 15 तीर्थ यात्रियों को गौचर हेलीपैड रेस्क्यू किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने के कारण एमआई एवं चिनूक विमान अभी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। केदारनाथ में मौजूद करीब 450 तीर्थ यात्रियों को जिला प्रशासन की ओर से लगातार राहत सामाग्री, फूड पैकेट्स एवं भोजन उपलब्ध करवाया गया। वहीं बीकेटीसी द्वारा तीर्थ यात्रियों को फल वितरित किए गए। बताया कि मौसम ठीक होते ही केदारनाथ में मौजूद यात्रियों को रेस्क्यू किया जाएगा।

रुद्रप्रयाग कंट्रोल रूम से पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखी जा रही है। केदारनाथ में लगातार मौसम खराब हो रहा है, विजिबिलिटी लगभग ना के बराबर है, जिससे रेस्क्यू करने में दिक्कतें आ रही हैं। विजिबिलिटी कम होने की वजह से एमआई-17 और चिनूक हेली भी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। रेस्क्यू अभियान की जानकारी देते हुए पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी हर्षवर्द्धनी सुमन ने बताया कि रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।

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