उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी, सड़के बाधित, आवाजाही की बढ़ी मुश्किलें
देहरादून: उत्तराखंड में भारी बारिश ने मुश्किल बढ़ा दी है। प्रदेश के कुछ जिलों में मौसम विभाग की ओर से आज रेड अलर्ट जारी किया है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मलबा आने से बाधित है। जिस कारण आवाजाही मुश्किल हो गई है। बीआरओ द्वारा मार्ग खोलने के काम जारी है। वहीं कर्णप्रयाग पंचपुलिया के पास बाईपास रोड पर पहाड़ी से पत्थर आने से बंद हो गया। जिससे आवगमन पूरी तरह से ठप हो गया है।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मनेरी झरने के पास नेताला, बिशनपुर, के पास मालवा व पत्थर आने के कारण मार्ग बाधित है। बीआरओ यातायात सुचारु करने के काम जारी है। डाबरकोट में बारिश के कारण लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहे है। एनएच बड़कोट द्वारा उक्त स्थान पर मशीनरी तैनात हैं। बारिश व मलवा रुकने पर कार्य शुरू किया जाएगा।
दूसरी तरफ कर्णप्रयाग पंचपुलिया के पास बाईपास रोड पर पहाड़ी से पत्थर आने से बंद हो गया। जिससे आवगमन पूरी तरह से ठप हो गया है। कल रविवार रात से कर्णप्रयाग सहित आसपास के इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। सड़क के दोनों ओर वाहन फंसे हैं। लोग सड़क खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
यमुनोत्री धाम सहित आसपास मध्य रात्रि से लगातार बारिश हो रही है जबकि बड़कोट तहसील क्षेत्र के आसपास बारिश का मौसम बना हुआ है। यमुनोत्री क्षेत्र में बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट के पास मलवा बोल्डर पत्थरों के आने से हाईवे बंद है।
प्रदेश में भूस्खलन आदि कारणों के चलते रविवार को 44 मार्ग बंद हुए। लोनिवि के अनुसार, राज्य में पहले से भी 54 मार्ग बंद थे। इसमें से 61 मार्ग को खोलने में सफलता मिल सकी है। बंद मार्ग में एक राज्य मार्ग और तीन मुख्य जिला मार्ग हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक समस्या है, राज्य के ग्रामीण इलाकों में 33 मार्ग बंद है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार टिहरी बांध का जल स्तर 782.44 मीटर पर है। अधिकतम जल स्तर 830 मीटर है। मौसम विज्ञान केंद्र ने चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
वहीं, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिले के कुछ हिस्सों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि, दून समेत अन्य जिलों में भी कई दौर की तेज बारिश होने के आसार हैं। ऐसे में मौसम वैज्ञानिकों ने तेज बारिश के दौरान दिन और रात के समय अधिक सतर्क रहने की हिदायत दी है।