नारायण नगर में कूड़ा रिसाइक्लिंग प्लांट के निर्माण का विरोध
नैनीताल: नारायण नगर में शहर के जैविक और अजैविक कूड़े के प्रस्तावित रिसाइक्लिंग प्लांट का विरोध किया जा रहा है। गुरुवार को प्लांट के निरीक्षण को पहुंचे नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और अन्य टीम का क्षेत्रवासियों ने घेराव किया और प्लांट का निर्माण कार्य रुकवा दिया। साथ ही उन्होंने बेमियादी धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है। मालूम हो कि कूड़े को ग्राफीन और खाद बनाने के लिए नारायण नगर में प्रस्तावित प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की कवायद की जा रही है। मशीनें मंगाने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था।
लेकिन इस प्लांट के विरोध में स्थानीय लोग उतर आए हैं। गुरुवार को जब प्लांट स्थापना की प्रगति देखने को लेकर शहरी विकास विभाग देहरादून से विशेषज्ञों की टीम पहुंची हुई थी। इस दौरान स्थानीय लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया। शाम को ईओ अशोक वर्मा समेत अन्य अधिकारी प्लांट पर पहुंचे तो क्षेत्रवासियों ने कार्य को लेकर आपत्ति जताई। लोगों ने कहा कि प्लांट स्थापित होने से क्षेत्र में गंदगी और दुर्गंध आयेगी।
प्लांट आबादी क्षेत्र से महज 100 मीटर की दूरी पर है। ऐसे में संक्रामक बीमारियों को खतरा बढ़ जाएगा। ईओ अशोक वर्मा और पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी ने स्थानीय लोगों से वार्ता कर उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। जिस कारण प्लांट निर्माण के कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है। विरोध करने वालों में सभासद भगवत रावत, धीरज कुमार, मनीष कुमार, अतुल कुमार, संजय कुमार, मोहन थापा, हर्षवर्धन, प्रभाकर आदि मौजूद रहे।
तीन साल पहले केंद्र की ओर से उपलब्ध कराया गया था बजट नगर पालिका और कुमाऊं विवि के नैनो साइंस एंव नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर की ओर से शहर के कूड़े को शहर में ही निस्तारित करने के लिए अमृतम प्रोजेक्ट बनाया गया था। इसमें रिसाइक्लिंग प्लांट में प्लास्टिक से ग्राफीन और गीले कचरे से जैविक खाद बनाने की योजना बनाई थी। यहां तक कि सरकार की ओर से 2.29 करोड़ बजट भी करीब तीन साल पहले इस प्रोजेक्ट के लिए उपलब्ध हो गया। मगर प्लांट स्थापित नहीं हो सका।