परिचालक पदों पर नियुक्त नहीं हुए पीआरडी कार्मिक
हल्द्वानी:परिवहन निगम के हल्द्वानी डिपो में बीते महीने 24 परिचालक पदों पर नियुक्ति के लिए पीआरडी कार्मिकों की मांग की गई थी। लेकिन अभी तक एक भी पीआरडी कार्मिक की नियुक्ति नहीं हुई है।
हल्द्वानी डिपो में परिचालकों की कमी होने के कारण बसों के संचालन में दिक्कतें हो रही हैं। कई परिचालकों को ओवरटाइम काम कराया जा रहा है। स्टाफ की कमी होने के साथ ही हल्द्वानी डिपो में एक भी नई बसें नहीं आने से कर्मचारियों में बहुत नाराजगी है।
कर्मचारी संयुक्त परिषद् के क्षेत्रीय मंत्री आन सिंह जीना ने बताया कि जहां एक तरफ अनुबंधित बसों का बेड़ा बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ अभी तक निगम की एक भी बस नहीं आई है। पर्वतीय मार्गों के लिए निगम को छोटी बसें खरीदनी चाहिए। कई पर्वतीय मार्गों पर बसों का संचालन बंद है। नई बसें आने से फिर से संचालन शुरू किया जा सकता है।
वर्तमान में 28 परिचालकों के पद रिक्त हैं। इन पर नियुक्तियों के लिए अप्रैल में 24 पीआरडी कार्मिकों की मांग की गई थी लेकिन अभी तक एक भी कार्मिक नहीं उपलब्ध कराए गए हैं। मृतक आश्रित और पूर्व में परिवहन निगम से पृथक हुए कर्मियों सहित 8 परिचालकों ने ज्वाइन किया है। निगम की नई बसों के आने से पर्वतीय मार्गों पर बसों का संचालन किया जाएगा।
– सुरेंद्र सिंह बिष्ट, सहायक महाप्रबंधक, परिवहन निगम
परिहन निगम में पूरे प्रदेश में परिचालकों की कमी है। कई डिपो में परिचालकों से लगातार ड्यूटी करवाई जा रही है जो कर्मचारी सेवा नियमावली 2015 के विपरीत है। यदि किसी भी डिपो में कर्मचारियों का शोषण होगा तो यूनियन उस डिपो प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा।
-कमल पपनै, प्रदेश अध्यक्ष, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन
परिवहन निगम राज्य सरकार के सहयोग से 500 बसों का बस बेड़ा बढ़ाए। साथ ही पहाड़ के बंद मार्गों पर बसों का संचालन सुचारू रूप से किया जाए। नैनीताल-रानीखेत-अल्मोड़ा के लिए बसों के संचालन में विशेष ध्यान दिया जाने की जरूरत है।
– रघुवीर चौधरी, मंडलीय मंत्री नैनीताल परिक्षेत्र उतरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन
परिवहन निगम परिचालकों की कमी से जूझ रहा है। विशेष श्रेणी, संविदा परिचालकों को नियमित किया जाए। उसके उपरांत ही भर्ती प्रक्रिया को सुचारू किया जाए, जिससे बसों के संचालन में परिचालकों की कमी न आए।
-इकबाल अहमद- मंत्री उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन