बुद्ध पूर्णिमा पर पौधरोपण किया
हरिद्वार: गुरुकुल कागड़ी समविश्वविद्यालय में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर में पौधरोपण का किया गया। इससे पूर्व यज्ञ का हुआ।
इस अवसर पर आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के महामंत्री विनय आर्य ने कहा कि धर्म की जड़ हरी होती है और योगीराज कृष्ण ने कहा था कि पुण्य करने वाला कभी कष्ट नहीं पाता है। ये दोनों ही बातें मनुष्य को सुखी बनाती हैं। धार्मिक पुरुष को आपत्ति में फंसा हुआ देखकर सांसारिक जन विचलित हो जाते हैं, किन्तु वह कभी विचलित नहीं होता। उसे अपने कर्म-फलों पर तथा परमेश्वर की न्याय व्यवस्था पर सदा विश्वास होता है। धर्म के कार्यों में अग्नि की सभी मत-मतान्तरों में भिन्न-भिन्न रूपों में पूजा होती है। उस अग्नि की पूजा के रूप भिन्न हो सकते हैं, किन्तु उद्देश्य सबका अग्नि के माध्यम से उस परमेश्वर की पूजा है। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानन्द यज्ञ के माध्यम से उसकी पूजा का सही मार्ग समझाया।
गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूकिशोर शास्त्री ने गुरुकुल में अध्ययनरत ब्रह्मचारियों को कुलपुत्र की संज्ञा देते हुए उन्हें राष्ट्रहित में कार्य करने की प्रेरणा दी।
मंच का संचालन आर्य समाज के प्रधान प्रो. सत्यदेव निगमालंकार ने किया, यज्ञ के ब्रह्मा प्रो. मनुदेव बन्धु तथा डा. दीन दयाल रहे। यज्ञ की समग्र व्यवस्था आर्य समाज के मन्त्री रमेश शर्मा तथा कोषाध्यक्ष अमित धीमान ने की। इस अवसर पर वित्ताधिकारी प्रो. वीके सिंह, इंजीनियर रंजीत शर्मा, डा. अजय मलिक, डा. शिवकुमार चौहान, डा. श्वेतांक आर्य, एम.सी.ए., कम्प्यूटर सेंटर, सम्पदा, उद्यान, सुरक्षा विभाग तथा भेषज विज्ञान संकाय के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।