कोरोना को लेकर बलरामपुर अस्पताल में हुई मॉकड्रिल, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया निरीक्षण
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आए दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना से निपटने की व्यवस्थाओं का पता लगाने के लिए पूरे प्रदेश के सभी अस्पतालों में मंगलवार और बुधवार दो दिन मॉकड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। वहीं आज राजधानी स्थित बलरामपुर अस्पताल में कोरोना से निपटने की व्यवस्थाओं को लेकर मॉकड्रिल किया गया। जिसका निरीक्षण खुद उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने किया। इस दौरान बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ रमेश गोयल और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जी पी गुप्ता भी मौजूद रहे। मॉकड्रिल के दौरान एंबुलेंस से एक डमी कोरोना संक्रमित मरीज को अस्पताल लाया गया। इसके बाद उसकी प्राथमिक जांच कर वेंटिलेटर वार्ड में तत्काल इलाज शुरू किया गया।
मॉकड्रिल का निरीक्षण करने के बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सभी जनपदों में एक एक नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है। जो मॉकड्रिल को नीचे तक परख करके शासन को रिपोर्ट देंगे। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि मैं खुद मॉकड्रिल का निरीक्षण करने बलरामपुर अस्पताल आया हूं, यहां पर सारे उपकरण चलते हुए मिले हैं। उत्तर प्रदेश सरकार कोविड से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। हर चीज से निपटने के लिए सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं।
वहीं बलरामपुर अस्पताल के निदेशक ‘डॉ रमेश गोयल’ ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए वेंटिलेटर के L2 कोविड वार्ड के लिए 10 बेड और आइसोलेशन वार्ड के लिए 22 बेड आरक्षित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में लगे सारे वेंटिलेटर और 2 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील है। ‘डॉ रमेश गोयल’ ने बताया कि मरीज को अस्पताल में लाने के बाद मात्रा 3 से 4 मिनट के अंदर वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
इसके अलावा बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ‘डॉ जी पी गुप्ता’ ने बताया कि पिछली कोरोना की लहर में हम इतने ट्रेंड हो गए हैं कि कैसे भयंकर बीमारी से निपटना है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास पुराना एक्सपीरियंस है जो भी त्रुटियां रही थी, उनको हमनें सुधार कर लिया है। इस बीमारी से लड़ने के लिए हम तरह से परिपक्व हैं।