किन्नौर के विधायक विधानसभा में जिला के मुद्दे उठाने में नाकामयाब : सूरत नेगी

किन्नौर /रिकांगपिओ: किन्नौर कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी विधानसभा में किन्नौर जिला के मुद्दे उठाने में पूरी तरह नाकामयाब साबित हुए हैं। जबकि विधानसभा में किन्नौर जिले के विकास से संबंधित मुद्दे न उठा कर इधर-उधर की बातें करते हैं। यह बात बुधवार को प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने कही।
उन्होंने किन्नौर विधायक जगत सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे विधानसभा में किन्नौर जिले से संबंधित विकास की मुद्दों की बात न कर व्यक्तिगत जीवन में तांकझांक करते हैं तथा देश विदेश की बातें करते हैं जबकि किन्नौर की जनता ने उन्हें किन्नौर के विकास के लिए चुना है ना कि इधर उधर की बातें करने के लिए चुना है।
सूरत नेगी ने किन्नौर में हो रहे विकास को लेकर कहा कि किन्नौर विधायक के पास विधानसभा में जिला के विकास के विषय में बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं है तथा यह पूरी तरह से मुद्दा विहीन हो चुके हैं जबकि भाजपा सरकार के चार वर्षों के कार्यकाल में किन्नौर जिला में अभूतपूर्व विकास हुआ हैं। जबकि तीन वर्षो के दौरान विधायक अपने घर से बाहर नहीं निकले हैं तो उन्हें कैसे पता लगेगा कि जिले में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं।
वही प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष ने कहा कि विकास की दृष्टि से किन्नौर जिले का नक्शा बदलने के लिए देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश सरकार की ओर से वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम चलाया जा रहा है जिसके तहत कल्पा व पूह ब्लॉक के 5-6 पंचायतों को छोड़कर सभी गांव को जोड़ा गया है।
वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने अपने साढ़े 12 वर्षों के कार्यकाल में ट्राईबल सब प्लान के तहत किन्नौर का बजट कुल साढ़े 62 करोड़ लाने में ही सफल हुए हैं जबकि भाजपा शासनकाल के 4 वर्षों के दौरान किन्नौर जिला में बजट को 62 करोड़ से बढ़ाकर 140 करोड़ बढ़ाने में सफल हुए हैं जिसके माध्यम से किन्नौर जिला में विकास कार्य को गति देने का काम किया जाएगा।