भाजपा में मेहनत और कांग्रेस में परिवारवाद से बनते नेता : प्रो सिकन्दर
हमीरपुर: रविवार को अपने गृह ज़िला हमीरपुर के प्रवास पर पहुंचे नवनियुक्त राज्यसभा सांसद डॉ सिकन्दर कुमार ने कहा कि जहां कांग्रेस में परिवार के कारण नेता बनते हैं। वहीं आरएसएस के विचार से जनित भाजपा में कार्यकर्त्ता मेहनत के दम पर नेता बनता है। उसी का उदाहरण आज देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर है और मेरे जैसे वंचित व गरीब परिवार के लड़के को राज्यसभा में मनोनीत कर अनुसूचित समाज का मान बढ़ाया है। इसके लिए भाजपा नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूँ।
उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व व नीतियों के कारण भारत जल्द ही कांग्रेस मुक्त होगा। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में वर्ष 2022 में हिमाचल में भी भाजपा कार्यकर्ताओं के दम पर मिशन रिपीट कर कांग्रेस मुक्त अभियान को आगे बढ़ाने का सफल कार्य करेगी।
सिकंदर ने कहा कि भाजपा एक ऐसा राजनैतिक दल है जो सरकार व संगठन में हमारे समाज को उचित अधिमान देता है। भाजपा ने अनुसूचित जाति समाज को वोट बैंक न मानकर एक समान आगे बढ़ने के अवसरों का भी सृजन किया। सिकंदर ने बताया कि संगठन के आदेश को स्वीकार कर भाजपा के समर्पित कार्यकर्त्ता के रूप में निर्णय को स्वीकार कर नौकरी छोड़कर संगठन काम के लिए अपने आपको आगे किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विघटनकारी नीतियों ने समाज के शोषित, वंचित, पिछड़े समाज को पंक्ति में हमेशा अंतिम स्थान पर रखा। लेकिन भाजपा ही एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल है जिसने समाज मे सबका साथ, सबका विकास की नीति पर चलकर अनुसूचित वर्ग को अन्य वर्गों संग अग्रणी श्रेणी में ला खड़ा किया है।
उन्होंने बताया कि इसी कांग्रेस ने मुझे नौकरी के दौरान मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए लम्बी वकीलों की फ़ौज चार साल खड़ी रखी लेकिन प्रदेश न्यायालय का निर्णय मेरे पक्ष में आने से स्पष्ट हो गया कि हमें अपनी मेहनत और कर्मठता से अपने समाज की आवाज को दृढ़तापूर्वक ही उठाना होगा।
सिकन्दर ने कहा कि वह भीमराव अंबेडकर द्वारा दिखाए गए ऐसे धर्म को मानते हैं जो त्याग, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा और ज्ञान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वो सहर्ष स्वीकार करते हैं कि भाजपा राष्ट्र के सर्वागीण विकास, आपसी भाईचारे और जातियों में समानता के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में दृढ़संकल्प के साथ गत आठ वर्षों से जुटी हुई है।
सिकन्दर ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को आपसी मतभेद बुलाकर बूथ पर भाजपा सरकार की नीतियों को लोगों तक पहुंचाने में सकारात्मक भूमिका अदा करने की नसीहत दी।