हिमालय हमारे आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक धरोहर का भी प्रतीक: राज्यपाल

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देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सभी प्रदेशवासियों को हिमालय दिवस की शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा है की पर्वतराज हिमालय हमारी अमूल्य धरोहर है। यह पर्वत श्रृंखला न केवल प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता से भरपूर है, बल्कि हमारे आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक धरोहर का भी प्रतीक है।

राज्यपाल ने कहा कि आज हिमालय की संवेदनशील पारिस्थितिकी और पर्यावरणीय स्थिरता को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। जलवायु परिवर्तन, अंधाधुंध विकास, और मानवीय हस्तक्षेप, हिमालय की समृद्ध पारिस्थितिकी के लिए चुनौती है। यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करें और हिमालय की अद्भुत जैव विविधता की रक्षा करें। विकास के साथ ही प्राकृतिक संतुलन बनाना भी जरूरी है।

राज्यपाल ने इस दिवस के अवसर पर हिमालय के पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेने का सभी लोगों से आह्वान किया और कहा कि हम सभी मिलकर एक ऐसा मार्ग प्रशस्त करें जिससे हिमालय का प्राकृतिक संतुलन बना रहे और भावी पीढ़ियों को इसका आशीर्वाद प्राप्त हो सके।

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