झंडे के मेले की बधाई दी
देहरादून: देहरादून के ऐतिहासिक झंडे मेले के शुभारंभ अवसर पर मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठन की प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने बधाई दी और झंडे जी के इतिहास के बारे में उसके अस्तित्व से जुड़ी बातें बताई। उन्होंने कहा कि श्री गुरु राम राय जी का इतिहास 343 साल पुराना है।
उनका आगमन देहरादून में 1676 में हुआ था तब गुरु महाराज जी श्री दरबार साहिब लोक कल्याण के लिए विशाल झंडा लगाकर लोगों को इसी ध्वज से आशीर्वाद प्राप्त करने का संदेश दिया करते थे तब से झंडा साहिब की दर्शन की परंपरा शुरू हुई।
श्री गुरु राम राय महाराज सिखों के सातवें गुरु हर राय के जेष्ठ पुत्र थे उनका जन्म होली के पांचवें दिन पंजाब के जिले होशियारपुर में हुआ था तब से लेकर अब तक लोगों में आस्था जुड़ी हुई है या होली के पांचवे दिन मनाया जाता है इस मेले में पूरे देश से दूर-दूर से लोग इस के दर्शन करने आते हैं और आस्था के इस प्रतीक को नमन कर फिर वापस चले जाते हैं अट्ठारह सौ पचासी से लेकर 1945 तक महंत लक्ष्मण दास और उसके बाद 1947 से लेकर 2000 तक महंत इंद्रेश दास जी गद्दी पर विराजमान रहे जिनके नाम से देहरादून में इंद्रेश हॉस्पिटल का निर्माण हुआ श्री गुरु राम राय जी के नाम से बहुत से स्कूल व संस्थाएं हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं 25 जून 2000 से महंत देवेंद्र दास महाराज जी श्री गुरु राम राय जी की गद्दी पर विराजमान है अब वही इस झंडे मेले का देखरेख कर रहे हैं यह मेला लोगों में आस्था का प्रतीक है। इस मेले से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है कई वर्षों बाद लोगों का नंबर झंडे जी का लिहाफ चढ़ाने के लिए आता है