राज्यपाल आर्लेकर ने एम्स बिलासपुर का किया दौरा
शिमला: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मंगलवार को बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का दौरा किया।
इस अवसर पर एम्स के अध्यक्ष प्रमोद गर्ग ने राज्यपाल का स्वागत किया और प्रस्तुति के माध्यम से संस्थान की गतिविधियों से अवगत करवाया।
राज्यपाल ने विभिन्न वार्डों में जाकर मरीजों को प्रदान की जाने वाली उच्च स्तरीय सुविधाओं की जानकारी भी प्राप्त की।
संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश वर्मा ने संस्थान की ढांचागत सुविधाओं के बारे में राज्यपाल को अवगत करवाया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग चंद्र, कार्यकारी निदेशक डॉ. वीर सिंह नेगी, डॉ. संजय विक्रांत और संकाय के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
इसके उपरान्त राज्यपाल ने बिलासपुर स्थित श्री नरसिंह मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना भी की। इस अवसर पर विशेष ओलम्पिक भारत की अध्यक्ष मलिका नड्डा राज्यपाल के साथ उपस्थित थी। राज्यपाल ने मंदिर परिसर में स्टॉल लगाने वाले स्वयं सहायता समूह चेतना के सदस्यों से संवाद भी किया।
राज्यपाल की अध्यक्षता में बिलासपुर के उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में प्रधानमंत्री टी.बी मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत निःक्षय मित्र कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों, संगठनों के प्रतिनिधियों और हितधारकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत अभियान से हर व्यक्ति को जोड़ने पर बल दिया। आर्लेकर ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने हम सभी को एक दिशा दिखाई है, इसलिए उन्होंने इस अभियान की शुरुआत की। हालांकि यह अभियान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से लागू किया जा रहा है, लेकिन यह एक सार्वजनिक अभियान होना चाहिए न कि सरकारी अभियान।’’ उन्होंने आग्रह किया कि राज्य में कोई भी संस्थान टीबी के मरीजों को गोद ले सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रदेश में प्रभावी कदम उठाए गए हैं जिनके फलस्वरूप हिमाचल को दो बार पुरस्कृत भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से वर्ष 2023 में प्रदेश को पूरी तरह से टीबी मुक्त बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने मरीजों को पोषण किट भी वितरित की।