पूर्व राज्यमंत्री ने जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का फीता काटकर किया शुभारंभ
औरैया: जनपद में शनिवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हुआ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, दिबियापुर में पूर्व राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत ने फीता काटकर अभियान की शुरुआत की। मौके पर पर संचारी रोग के नियंत्रण के लिए शपथ भी ली गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में पौधारोपण भी किया गया।
पूर्व राज्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोगों की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ 12 अन्य विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी इस अभियान को शत-प्रतिशत रूप से सफल बनाने के लिए पूर्ण मनोयोग एवं सक्रियता के साथ कार्य करें।
संचारी रोगों के नोडल व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की सफलता के कारण वेक्टरजनित रोग जैसी प्राणघातक बीमारियों में काफी कमी आई है। सरकारी विभागों द्वारा बीमारियों पर लोगों की जागरूकता बढ़ाई जाने के लिए अभियान शुरू हुआ है, जो 01 से 31 अक्टूबर आयोजित किया जाएगा। वहीं, 07 से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता, एएनएम घर-घर जाएगी। अभियान के दौरान बुखार, टीबी, कोविड आदि लक्षणों वाले व्यक्ति के बारे में घर-घर जाकर पूछताछ की जाएगी। लक्षण मिलने पर चिह्नित कर उन्हें अस्पताल भेजा जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर नि:शुल्क एंबुलेंस की सेवा भी उपलब्ध रहेगी। लक्षण मिलने वाले व्यक्ति का पूरा नाम पता और मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय तक भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस दौरान वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहीं 12 साल से अधिक आयु के जिन लोगों को कोविड टीका नहीं लगा है, उन्हें कोविड टीका से प्रतिरक्षित किया जाएगा।
इस मौके पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीपी शाक्य, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह, सीएचसी के बीपीएम, बीसीपीएम व चिकित्सा अधीक्षक, मलेरिया निरीक्षक, यूनिसेफ और यूएनडीपी के प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहें।
ग्यारह विभाग भी करेंगे मदद
डॉ कुमार ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन विभाग, कृषि एवं सिचाई विभाग, सूचना और उद्यान विभाग की सहभागिता रहेगी। सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई है। जहां भी मच्छर पनपने की संभावना होगी। वहां नगर पालिका, नगर पंचायत व जिला पंचायत राज विभाग द्वारा निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।