शिमला में दलित सगठनों के प्रदर्शन के बाद पुलिस की कार्रवाई, माकपा विधायक समेत प्रदर्शनकारियों पर एफआईआर
शिमला: राजधानी शिमला में मंगलवार को दलित संगठनों के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों के विरूद्व मामला दर्ज किया है। इस विरोध प्रदर्शन में माकपा विधायक राकेश सिंघा सहित पार्टी के अन्य नेता शामिल हुए थे। दरअसल धर्म की स्वतंत्रता संशोधन विधेयक के खिलाफ दलित संगठनों ने मंगलवार को शहर में विरोध प्रदर्शन किया था।
हेड कांस्टेबल प्यार सिंह ने थाना सदर में मामला दर्ज करवाया है कि जब वह शेर-ए-पंजाब माल रोड में मौजूद थे तो दोपहर 12ः45 बजे राकेश सिंघा विधायक ठियोग, जगत राम, डॉ ओंकार शाद, डॉ कुलदीप तंवर, डॉ किशोर डडवालिया, पूर्व मेयर संजय चौहान की अध्यक्षता में सीटीओ से शेर-ए-पंजाब लगभग 350 लोग पहुंचे। कार्यकारी मजिस्ट्रेट हीरा लाल और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रुकने का आदेश दिया, लेकिन उन्होंने आदेशों की अवहेलना की और राजभवन शिमला की ओर बैरिकेड्स पार करते हुए चले गए।
डीएसपी हैडक्वार्टर कमल किशोर वर्मा ने बुधवार को बताया कि प्रदर्शनकारियों के विरूद्व सदर थाने में भादंसं की धारा 143 व 188 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने विधानसभा में धर्म की स्वतंत्रता संशोधन विधेयक 2022 को पारित किया है। इसके खिलाफ दलित संगठनों ने बीते मंगलवार को दलित शोषण मुक्ति मंच के बैनर तले शिमला के उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और राजभवन तक रैली निकालकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।