1965 और 1971 के युद्धों के वीर चक्र प्राप्त योद्धाओं को किया सम्मानित
मेरठ: 1965 और 1971 के युद्धों के वीर योद्धाओं को मंगलवार को जनप्रतिनिधियों ने सम्मानित किया। जनप्रतिनिधियों ने भारतीय सेना के इन वीर योद्धाओं के योगदान की सराहना की।
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय में मंगलवार को वीर चक्र प्राप्त भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों को सम्मानित किया गया। सांसद राजेंद्र अग्रवाल, कैंट विधायक अमित अग्रवाल और एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज ने वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया। प्रत्येक वीर सैनिक को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 13 लाख रुपए के चेक और पौधे भेंट किए गए। जनप्रतिनिधियों ने इसे उप्र सरकार की ओर से भारतीय सेना के ऑफिसर और जवानों के लिए बहुत बड़ा कदम करार दिया। इस अवसर पर बिग्रेडियर रणबीर सिंह, बिग्रेडियर जेके तौमर, कर्नल जितेन्द्र कुमार, सुरेन्द्रा कुमारी पत्नी मेजर रणबीर सिंह, मुनेश देवी पत्नी शहीद यशवीर सिंह को सम्मानित किया गया। वीर चक्र से सम्मानित योद्धाओं ने उप्र सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार ने सैनिकों का सम्मान बढ़ाया है और कई ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया है जिससे भारतीय सेना का मनोबल बढ़ा है। इससे आज की पीढ़ी को प्रोत्साहन भी मिला है, जिससे वो देश की रक्षा के लिए आगे आने के लिए तैयार हैं। निदेशक सैनिक कल्याण लखनऊ ब्रिगेडियर रवि ने प्रत्येक अवार्डी एवं मुख्य अतिथि को स्मारिका एवं वीरता से सम्बन्धित पुस्तक भेंट की।
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कैप्टन (आईएन) राकेश शुक्ला ने बताया कि पहले वीर चक्र से सम्मानित सैनिकों को केवल 66 हजार रुपए दिए जाते थे। जिसे बढ़ाकर अब 85 हजार 800 रुपए कर दिया गया है। परन्तु वर्ष 1986 से पहले वीर चक्र से अलंकृत सैनिकों को एक मुश्त अनुदान नहीं मिल पाया था। उप्र सरकार ने एकमुश्त देकर सभी कैश रिवार्ड को बराबर कर दिया है। कार्यक्रम में निमिषा, अनुज जैन, रमाकान्त जैन, अभिषेक अग्रवाल, रविन्द अग्रवाल, शिवकुमार काम्बोज आदि उपस्थित रहे।