हल्द्वानी से ईडी की टीम ने एक को किया गिरफ्तार

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हल्द्वानी: 24 घंटे चली पूछताछ और दस्तावेज खंगालने के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने अमेरिकी तस्कर बनमीत सिंह नरूला के भाई परविंदर सिंह नरूला को गिरफ्तार कर लिया। ईडी की टीम ने शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे बनमीत के हल्द्वानी स्थित आवास में अचानक छापा मारा था। ईडी की टीम हल्द्वानी में अमेरिका और भारत के बीच मनी ट्रेल का लिंक खंगालने आई थी। माना जा रहा है कि बनमीत ने अमेरिका में ड्रग्स की काली कमाई को भारत में अपने भाई के जरिये खपाया।

बनमीत के गुरुतेग बहादुर गली तिकोनिया हल्द्वानी स्थित आवास में बनमीत के पिता, उसकी पत्नी, बच्चे और भाई परविंदर रहता है। बनमीत और परविंदर ने मिलकर रुद्रपुर में एक फार्मा फैक्ट्री खोली। फैक्ट्री बंद हुई तो बनमीत अमेरिका चला गया। वर्ष 2012 से 2017 के बीच उसने नशीली दवाओं की तस्करी की। अप्रैल 2019 में बनमीत को लंदन में गिरफ्तार किया गया। वर्ष 2023 में लंदन ने उसे अमेरिका के सुपुर्द कर दिया।

अमेरिकी अदालत से उसे 5 साल की सजा हुई और वह मनी लॉड्रिंग में लिप्त पाया। इस जुर्म को बनमीत ने भी स्वीकार किया। जिसके बाद इंटरपोल भी मामले की गोपनीय जांच में जुट गई। भारत में मनी लॉड्रिंग के लिंक मिले तो प्रवर्तन निदेशालय को खोज-बीन में लगा दिया गया। 

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की देहरादून से आई टीम ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर बनमीत सिंह के हल्द्वानी स्थित आवास और रुद्रपुर स्थित फार्मा फैक्ट्री पर एक साथ छापेमारी की। टीम सुबह करीब 6 बजे बनमीत के तिकोनिया स्थित घर पहुंची तो परिवार सो रहा था। शनिवार सुबह तक टीम परिवार के एक-एक व्यक्ति से पूछताछ करती रही और दस्तावेज खंगालती रही।

इस दौरान न तो किसी को घर से बाहर जाने दिया गया और न ही अंदर आने दिया गया। सूत्रों का कहना है कि बनमीत ने अमेरिका में ड्रग्स के धंधे से जो कमाई की, उसे भारत में अपने भाई परविंदर के पास भेजा। जिसके बाद टीम ने परविंदर की गिरफ्तारी की। एसपी सिटी प्रकाश चंद्र का कहना है कि ईडी की टीम ने कोतवाली में गिरफ्तारी की सूचना दी है। इसके अलावा अन्य कार्रवाई ईडी स्वंय कर रही है। ईडी ने इसमें स्थानीय पुलिस की मदद नहीं ली है।

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