पीएफआई प्रतिबंध पर एक्शन में आई कमिश्नरेट पुलिस, सड़कों पर उतरे आलाधिकारी

कानपुर: मुस्लिम गैर राजनीतिक संगठन पीएफआई पर केन्द्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। पीएफआई पर प्रतिबंध और पूर्व में तीन जून को जिले के बेकनगंज इलाके में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मद्देनजर कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट मोड में हैं। शुक्रवार को जुमे की नमाज से पूर्व भारी फोर्स के साथ पुलिस के आलाधिकारी संवेदनशील और अतिसंवेदशील इलाकों पर गश्त कर रहे हैं।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) भारत का एक चरमपंथी इस्लामी गठबन्धन है। पीएफआई एक भारतीय मुस्लिम राजनीतिक संगठन है, जो मुस्लिम अल्पसंख्यक राजनीति की एक चरम और विशिष्ट शैली में संलग्न है। इस पर हाल ही में केन्द्र सरकार ने पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया। इसको लेकर कमिश्नरेट पुलिस सतर्क है क्योंकि आज जुमे की नमाज है और इसी साल बीती तीन जून को जुमे की नमाज के बाद ही भाजपा नेत्री नुपुर शर्मा के बयान को लेकर कानपुर में हिंसा भड़की थी। पुलिस के आलाधिकारी भारी फोर्स लेकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों पर पैदल गश्त कर रहे हैं। इसके साथ ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से पहले उसे रोका जा सके। वहीं जुमे की नमाज के चलते खुफिया एजेंसियां और स्थानीय खुफिया इकाइयां पल-पल की जानकारियां ले रही हैं।
पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड और संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी सभी डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी भी सड़कों पर उतरकर शहर का अंजुमन ले रहे हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि एहतियातन सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये हैं। जुमे की नमाज के बाद लोग शांतिपूर्वक अपने घरों को जा रहे हैं।