मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जुब्बल-कोटखाई को दी 186 करोड़ की सौगात
शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला जिला के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र को करोड़ों की सौगात दी है। उन्होंने मंगलवार को अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान 186 करोड़ रुपये लागत की 43 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए।
हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में जुब्बल स्टेडियम में आयोजित प्रगतिशील हिमाचल स्थापना के 75 वर्ष कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लगभग पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान प्रदेश सरकार ने जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र के चहुमखी विकास को हमेशा विशेष प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि पूर्व में दो-दो मुख्यमंत्रियों के प्रतिनिधित्व के बावजूद यह क्षेत्र मंे एसडीएम कार्यालय से वंचित रहा। जुब्बल क्षेत्र को रोहड़ू और कोटखाई को ठियोग से जोड़ा गया था। इससे क्षेत्रवासियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने इस क्षेत्र के लिए एक साथ दो-दो एसडीएम कार्यालय और बीडीओ कार्यालय खुलवाकर एक नया इतिहास रचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के अस्तित्व का 75वां वर्ष उस हर नागरिक के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है, जिसने किसी न किसी रूप में हिमाचल प्रदेश के विकास में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘प्रगतिशील हिमाचलरू स्थापना के 75 वर्ष’ समारोहों का उद्देश्य हिमाचलवासियों, विशेषकर युवा पीढ़ी को राज्य के शानदार और गौरवशाली इतिहास के बारे में शिक्षित करना है। प्रदेश के 75 वर्ष के गौरवशाली सफर की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गठन के समय राज्य की जनसंख्या केवल 11 लाख थी, जो आज 70 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य की साक्षरता दर महज 4.8 फीसदी थी, जो आज करीब 90 फीसदी के स्तर को पार कर गई है।
मुख्यमंत्री ने 57 करोड़ रुपये लागत की 24 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण किए। उन्होंने 3.42 करोड़ रुपये की लागत से जुब्बल बाजार से संतोषी नगर संपर्क मार्ग में सुंदली नाला पर निर्मित 35 मीटर पुल, 17 लाख रुपये की लागत से निर्मित अंबेडकर भवन जुब्बल, जुब्बल में 56 लाख रुपये की लागत से निर्मित पशु चिकित्सालय भवन, 59 लाख रुपये की लागत से निर्मित नेहरा घाटी बाड़ा लोस्टा सड़क, 53 लाख रुपये की लागत से बनी घुण्डा तलका सड़क, 58 लाख रुपये की लागत से बनी धंदरोटी पुड़ग सड़क, 57 लाख रुपये की लागत से बनी खनोग बटोग सड़क, थरोला में 70 लाख रुपये लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवन, कलबोग में 1.09 करोड़ रुपये की लागत के पशु चिकित्सालय भवन, कुपड़ी नाला में 3.67 करोड़ रुपये लागत के 22 के.वी. कंट्रोल प्वाइंट का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत रावला क्यार के लिए 1.31 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जलापूर्ति योजना, 88 लाख रुपये लागत की ग्राम पंचायत क्यारवी के लिए जलापूर्ति योजना, जल शक्ति उपमंडल गुम्मा के अन्तर्गत शेष बस्तियों में नल कनेक्शन प्रदान करने के लिए 1.12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जलापूर्ति योजना, जल शक्ति उप-मण्डल सरस्वती नगर की विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए 1 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जलापूर्ति योजना, जल शक्ति उप-मण्डल गुम्मा के अन्तर्गत विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए 89 लाख रुपये की लागत से निर्मित जलापूर्ति योजना, तहसील टिक्कर के अन्तर्गत विभिन्न बस्तियों के लिए 3.67 करोड़ रुपये की लागत से बनी जलापूर्ति योजना, जल शक्ति उप-मण्डल टिक्कर के अन्तर्गत विभिन्न पंचायतों के लिए 3.41 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जलापूर्ति योजना का लोकार्पण किया।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने तहसील कोटखाई की ग्राम पंचायत हिमरी के लिए 8.44 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ऊठाउ जलापूर्ति योजना, 6.29 करोड़ रुपये की लागत से दरकोटी और गरयोग गांव के लिए बनी गिरटू नाला सिंचाई योजना, ग्राम पंचायत देवगढ़ के लिए 2.10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित गिरी ऊठाउ सिंचाई योजना, ग्राम पंचायत कुड्डू के लिए 1.20 करोड़ रुपये लागत से निर्मित सिंचाई योजना, ग्राम पंचायत धराड़ा के अन्तर्गत आने वाले विभिन्न गांव के लिए 5.51 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ऊठाउ सिंचाई योजना, 6.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 96 बिस्तरों वाले कन्या छात्रावास और 3.04 करोड़ रुपये की लागत से हाटकोटी मन्दिर में निर्मित पार्किंग का लोकार्पण किया।