मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विभिन्न पुलिस थानों के लिए 20 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार प्रभावी पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में पुलिस बल के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बुधवार को शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा राज्य के विभिन्न भागों में पुलिस विभाग की लगभग 160 करोड़ रुपये लागत की 43 परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरान्त कही। मुख्यमंत्री ने ओकओवर, शिमला से पुलिस विभाग के विभिन्न पुलिस थानों के लिए 20 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया और पुलिस चैकी संजौली को पुलिस थाना में स्तरोन्नत करने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष राज्य सरकार ने पुलिस विभाग को 394 वाहन उपलब्ध करवाए थे, जिनमें 151 वाहन राज्य के बजट से व 135 स्कूटी भारत सरकार द्वारा वीरांगना आॅन व्हील के तहत उपलब्ध करवाए गए थे तथा 108 मोटरसाइकिल केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा निगमित सामाजिक दायित्व के तहत उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किए गए 20 अतिरिक्त वाहनों से पुलिस बल की कुशल गतिशीलता सुनिश्चित होगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हालांकि राज्य में अपराध दर काफी कम है, फिर भी पुलिस बल राज्य के शान्ति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज पुलिस बल को उपलब्ध करवाए गए वाहन नशीले पदार्थों की तस्करी और अन्य असमाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने में सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जिला कांगड़ा पुलिस के कार्यभार को कम करने तथा प्रभावी पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कांगड़ा जिला के नूरपुर में अलग पुलिस जिला बनाने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री ने 1.58 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस लाइन धर्मशाला में रेंज आॅफिस एसवी एवं एसीबी के लिए आवास का लोकार्पण किया। उन्होंने जिला कांगड़ा में 1.59 करोड़ रुपये की लागत से देहरा में पुलिस थाना भवन तथा 2.64 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस थाना बैजनाथ के आवास का लोकार्पण किया। उन्होंने जिला सोलन में 79 लाख रुपये की लागत से पुलिस थाना कण्डाघाट के आवास, 2.70 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस लाइन सोलन में तीन स्टोरिड बैरेक्स, बस्सी में 22 लाख रुपये की लागत से पांचवीं आईआरबी में प्रवेश द्वार व सन्तरी आश्रय, पांचवी आईआरबी बस्सी में 1.73 करोड़ रुपये की लागत से आवास, चैथी आईआरबी जंगलबैरी में 27 लाख रुपये की लागत से मुख्य प्रवेश द्वार, सुरक्षा व स्वागत कक्ष, पुलिस लाइन कैथू में 72 लाख रुपये की लागत से आवास, पुलिस कालोनी नाहन में 1.45 करोड़ रुपये की लागत से आवास, ददाहू स्थित पुलिस थाना रेणुका जी में 2.30 करोड़ रुपये की लागत से आवास, छठीं आईआरबी धौलाकुआं में 65 लाख रुपये की लागत से कमान्डेंट के लिए टाइप-5 आवास, छठीं आईआरबी धौलाकुआं में 4.61 करोड़ रुपये की लागत से 20 टाइप-2 आवास और 6.25 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस थाना सदर बिलासपुर का लोकार्पण किया।